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Hazaribagh Violence: झारखंड के हजारीबाग में उपद्रवियों ने की माहौल बिगाड़ने की कोशिश, गांव में धार्मिक जुलूस पर मस्जिद के पास पथराव; पुलिस बोली- सख्त कार्रवाई करेंगे

Hazaribagh Violence: हजारीबाग के एसपी ने बताया कि गांव में यज्ञ हो रहा था। इसी यज्ञ को कराने वाले धार्मिक जुलूस निकाल रहे थे। उन्होंने बताया कि जुलूस जब मस्जिद के पास पहुंचा, तो दोनों समुदायों में झड़प हुई। इसके बाद पथराव होने लगा। कुछ लोगों ने वहां रखी पुआल में आग लगा दी। एसपी अरविंद कुमार सिंह के मुताबिक हालात नियंत्रण में हैं। पथराव और तनाव फैलाने वालों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिले में रविवार की रात धार्मिक जुलूस पर पथराव किया गया। ये घटना बरकट्टा प्रखंड के झुरझुरी गांव में हुई। पुलिस के मुताबिक धार्मिक जुलूस पर उपद्रवियों ने पथराव किया। जिसके बाद दो समुदायों के बीच तनाव हो गया। धार्मिक जुलूस निकालने वालों का कहना है कि पथराव से कई महिलाओं को चोट लगी है। धार्मिक जुलूस पर पथराव की घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को बिगड़ने से बचाया। इस मामले में हजारीबाग के एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि केस दर्ज कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद उत्तेजित लोगों ने जीटी रोड भी जाम किया था।

हजारीबाग के एसपी ने बताया कि गांव में यज्ञ हो रहा था। इसी यज्ञ को कराने वाले धार्मिक जुलूस निकाल रहे थे। उन्होंने बताया कि जुलूस जब मस्जिद के पास पहुंचा, तो दोनों समुदायों में झड़प हुई। इसके बाद पथराव होने लगा। कुछ लोगों ने वहां रखी पुआल में आग लगा दी। एसपी अरविंद कुमार सिंह के मुताबिक हालात नियंत्रण में हैं। पथराव और तनाव फैलाने वालों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। हजारीबाग में इस साल 26 फरवरी को भी दो समुदायों के लोग आपस में भिड़े थे। उस तारीख को महाशिवरात्रि थी। उस घटना में दोनों तरफ से पथराव के कारण कुछ लोग घायल हुए थे।

बता दें कि झारखंड में इससे पहले भी कई बार सांप्रदायिक संघर्ष की घटनाएं हो चुकी हैं। झारखंड के गिरिडीह में होली के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी। जमशेदपुर में साल 2015 में कथित तौर पर हिंदू लड़की से छेड़छाड़ के बाद हिंसा भड़की थी। तब पुलिस ने 130 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं, 2024 में रांची में प्रतिमा विसर्जन के दौरान पथराव की घटना देखी गई थी। साल 2020 में भी रांची में एक यात्रा के दौरान पथराव किया गया था। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कई बार सांप्रदायिक हिंसा करने वालों पर सख्ती की बात कही। इसके बावजूद सांप्रदायिक तत्व अपनी कारगुजारी करते रहे हैं।