जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर सांप्रदायिक उपद्रव होने की खबर है। जयपुर के जमवारामगढ़ के ताला गांव में रविवार को हिंदू रणभेरी बाइक रैली निकल रही थी। तभी दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने रैली पर पथराव कर दिया। घटना के वक्त मौके पर पुलिसकर्मियों की तादाद काफी कम थी। जिसकी वजह से उपद्रवियों को मनमानी करने का मौका मिला। इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। तमाम बच्चे भी पथराव करने वालों में नजर आए। पुलिस ने बाद में कार्रवाई की और 12 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। राजस्थान में इससे पहले पिछले साल भी सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
जयपुर के जमवारामगढ़ में आज हिंदू रैली पर हमला!
कांग्रेस शासन में पीएफआई आतंकी मानसिकता फली-फूली है। यह सरकार हिंदू समुदाय के आयोजनों पर पथराव, हिंसा करने वालों पर नरमी भी दिखाती है। ये घटनाएं इसी तुष्टिकरण का नतीजा हैं।
प्रशासन ऐसे मदरसों, उपद्रवियों पर तत्परता से कार्रवाई करे। pic.twitter.com/KKmdjfRmij
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) March 26, 2023
जयपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी के सांसद रिटायर्ड कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने घटना के बारे में कहा है कि राजस्थान के कांग्रेस शासन में पीएफआई वाली आतंकी मानसिकता फली-फूली है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार हिंदू समुदाय के कार्यक्रमों पर पथराव और हिंसा करने वालों पर नरमी दिखाती है। राज्यवर्धन राठौर का कहना है कि ऐसी घटनाएं तुष्टिकरण का नतीजा है। उन्होंने जयपुर के प्रशासन से कट्टरपंथियों के मदरसों और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बारे में जयपुर ग्रामीण के एसपी डॉ. राजीव पचार ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में ज्यादा फोर्स तैनात की गई है। हिंदू रणभेरी बाइक रैली को चंदवाजी से पीलवा, चांदावास, ताला गांव होते हुए टोडेश्वर महादेव मंदिर तक जाना था।
पुलिस के मुताबिक पथराव के बाद भी रैली में शामिल हिंदुओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई। इस वजह से हालात ज्यादा नहीं बिगड़े। इससे पहले राजस्थान के करौली और अन्य कई जगह सांप्रदायिक हिंसा की बड़ी घटनाएं हुई थीं। रामनवमी के दौरान भी बड़ी हिंसा की घटना हुई थी। जिसे संभालने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। अब रामनवमी फिर करीब है और इसी वजह से पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है।