टोंक। राजस्थान में एक बार फिर सांप्रदायिक हिंसा हुई है। मामला रविवार का है। मामूली घटना के बाद टोंक के मालपुरा कस्बे में ये सांप्रदायिक हिंसा हई। पुलिस के मुताबिक नागौरी मोहल्ला में बच्चे खेल रहे थे। तब दूसरे समुदाय के लोग तेज रफ्तार से वहां बाइक चलाने लगे। इसपर आपत्ति जताई गई। जिसके बाद दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। जमकर पथराव हुआ। हिंसा की जानकारी मिलने के बाद मौके पर बड़ी तादाद में पुलिसबल पहुंचा। पुलिस पर भी उपद्रवियों ने पथराव किया। पथराव और संघर्ष में कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। उपद्रव में 3 पुलिसकर्मियों समेत 12 लोगों के जख्मी होने की खबर है।
टोंक के मालपुरा में सांप्रदायिक हिंसा के बाद धारा 144 लगाई गई है। बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों को यहां तैनात किया गया है। प्रशासन के मुताबिक हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस का कहना है कि पथराव और संघर्ष में घायल होने वाले दोनों ही समुदायों के हैं। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। जिसके बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान में पिछले करीब एक साल से कई बार सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं। सबसे बड़ी सांप्रदायिक हिंसा की घटना करेली में हुई थी। हिंदुओं के पर्व पर करेली में उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया था। तब तोड़फोड़ और आगजनी भी की गई थी। जिसमें तमाम संपत्तियों को खूब नुकसान हुआ था।
राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं देखने को मिली थीं। सीएम अशोक गहलोत लगातार ये कहते रहे हैं कि चुनावी साल में बीजेपी और हिंदूवादी संगठनों के नेता हालात को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी लगातार ऐसी घटनाओं को गहलोत सरकार की नाकामी से जोड़ती है। टोंक में सांप्रदायिक हिंसा के बाद एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग के आसार दिख रहे हैं।