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RAFALE: क्या राफेल से भी घातक है पाकिस्तान का J-10 फाइटर जेट, इमरान खान क्यों दिखा रहे भारत को आंखें?

RAFALE:ध्यान देने वाली बात है यह है कि चीन का J-10 फाइटर जेट विमान इजराइल एयरक्राफ्ट इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित आईएआई लवी तकनीक पर आधारित है,जिसे इजरायली कंपनी ने करोड़ों डॉलर वाले इस प्रॉजेक्ट को साल 1987 में ही बंद कर दिया था। माना जाता है कि इजरायल ने इस आईएआई लवी प्रॉजेक्ट को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के दबाव में बंद किया था।

नई दिल्ली। चीन द्वारा निर्मित J-10 फाइटर जेट विमान को पाकिस्तान ने अपने वायु सेना के बेड़े में शामिल कर लिया है। पाकिस्तान के पंजाब में स्थित मिन्हास एयरबेस पर इस विमान का कमीशनिंग समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी मौजूद थे। लेकिन मजेदार बात यह है कि इस मौके पर पाक पीएम ने जिस तरह से गीदड़ भभकियां सुनाई उससे और कुछ तो नहीं हुआ लेकिन बड़बोलेपन के चक्कर में खुद उनकी ही भद्द पिट गई। पाक पीएम जिस J-10 फाइटर जेट पर खुश होकर नथूने फड़फड़ा रहे थे और उसकी तुलना राफेल से कर रहे थें, यदि उन्होंने उसका अध्ययन किया होता तो शायद ट्रोल होने के लिए लोगों को आमंत्रित नहीं करते..क्या है पूरा मामला, विस्तार से जानेंगे और यह भी जानेंगे कि भारत का राफेल और पाक का J-10 फाइटर जेट में क्या तुलना है..तुलना है भी या नहीं..ये आप डिसाइड कर लीजिएगा..

imran

 

जिस J-10 फाइटर जेट पर इमरान खुश हो रहे थे वो एक तरह से ‘इज्राइली कबाड़’ है

ध्यान देने वाली बात है यह है कि चीन का J-10 फाइटर जेट विमान इजराइल एयरक्राफ्ट इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित आईएआई लवी तकनीक पर आधारित है,जिसे इजरायली कंपनी ने करोड़ों डॉलर वाले इस प्रॉजेक्ट को साल 1987 में ही बंद कर दिया था। माना जाता है कि इजरायल ने इस आईएआई लवी प्रॉजेक्ट को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के दबाव में बंद किया था। अमेरिका के इस ऑफर के साथ कि वह इस प्रॉजेक्ट को बंद करने के बाद इजरायल के साथ मिलकर भविष्य की तकनीक को विकसित करने पर काम करेगा, रोनाल्ड रीगन प्रशासन ने इजरायल के इस प्रॉजेक्ट को बंद करने का आदेश दे दिया था। इसी  हैं। उसके पास 470 से ज्यादा की संख्या में ये विमान मौजूद हैं जिनमें से 25 पाकिस्तान को सौंपे जाने का करार हुआ है। करार के तहत J-10 फाइटर जेट का पहला बैच पाकिस्तान के वायुसेना में शामिल हो चुका है और इसी मौके पर इमरान खान ने अपनी मासूमता का परिचय देते हुए कहा कि ‘करीब 40 साल पहले जब एफ-16 को शामिल किया गया था, पूरा देश खुश हो गया था। अब एक बार फिर से वही समय आ गया है क्‍योंकि पाकिस्‍तान खुद को मजबूत कर रहा है। क्षेत्र में एक प्रयास किया गया था ताकि असंतुलन को पैदा किया जा सके लेकिन इस फाइटर जेट को शामिल किए जाने से एक बार फिर से संतुलन कायम हो गया है।’ इमरान ने चेतावनी भी दी कि जो पाकिस्‍तान पर हमले का दुस्‍साहस करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इमरान जिस क्षेत्रीय असंतुलन की बात कर रहे थें दरअसल, उनका इशारा भारत की तरफ था और ध्यान राफेल पर..

Rafale Jet

कौन सा लड़ाकू विमान ज्यादा घातक..ज्यादा असरदार है?

चीन निर्मित पाकिस्तानी बेड़े में शामिल हुआ J-10 लड़ाकू विमान एक सिंगल इंजन फाइटर जेट है जबकि भारत द्वारा खरीदा गया राफेल डबल इंडन वाला लड़ाकू विमान है। यहां यदि कॉमन सेंस का भी प्रयोग किया जाए तो आसानी से जाना जा सकता है कि एक इंजन वाला ताकतवर है कि डबल इंजन वाला। खैर, पाकिस्तान में, कॉमन सेंस इज नॉट जस्ट सो कॉमन। इसके अलावा बात किया जाए तो राफेल हर तरह के मिशन में उपयोग के लिए सक्षम साबित हुआ  है। और हमारे पास इसका प्रमाण भी है। राफेल के पास 13 वर्षों में कई सफल ऑपरेशंस का अनुभव भी है और यह अफगानिस्तान, लीबिया, सीरिया, माली और इराक में अपनी ताकत दिखा चुका है, अपना लोहा मनवा चुका है। वहीं, देखा जाए तो J-10C जिसे चीन ने पाकिस्तान को सौंपा है उसे अभी वास्तविक युद्ध की स्थिति का सामना करना है।