
नई दिल्ली। कर्नाटक के हिजाब विवाद को किस तरह राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, इसका खुलासा अब पूरी तरह हो गया है। विपक्षी कांग्रेस का सीधा वास्ता इस विवाद से जुड़ गया है। पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में एक खास समुदाय की छात्राओं के पक्ष में बयान दिया था। इसके बाद कांग्रेस की विधायक ने इस मामले में धरना दिया और अब हिजाब पहनने की मांग कर रही छात्राओं का केस भी कांग्रेस से जुड़े वकील कर्नाटक हाईकोर्ट में लड़ रहे हैं। वकील का नाम देवदत्त कामत है। कामत का कांग्रेस से जुड़ाव काफी पहले से है और तमाम मसलों में पार्टी उनका इस्तेमाल करती रही है।
देवदत्त कामत को हाल ही में कांग्रेस ने यूपी चुनाव के लिए लीगल को-ऑर्डिनेशन कमेटी का चेयरमैन बनाया है। हिजाब विवाद में कांग्रेस की ओर से उसकी यूथ विंग के अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी जो ट्वीट किए हैं, उसमें कामत का नाम जोड़ा है। देवदत्त कामत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत SSR की मौत के मामले में भी मुंबई पुलिस के वकील रहे। जब, रिपब्लिक टीवी और इसके संपादक अर्णब गोस्वामी पर मुंबई पुलिस ने टीआरपी में हेरफेर का केस किया, तब भी देवदत्त कामत पुलिस के ही वकील के तौर पर कोर्ट में पेश हुए। बाद में ट्रायल के दौरान ये बात सामने आई कि टीआरपी में हेरफेर के केस का नाता तत्कालीन मुंबई पुलिस कमिश्नर और अब सस्पेंड परमबीर सिंह और अर्णब के बीच तनातनी का नतीजा भी हो सकता है।
महाराष्ट्र में जब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने सरकार बनाई, तो मामला कोर्ट तक गया था। सुप्रीम कोर्ट में उस वक्त गठबंधन के पक्ष में मुकदमा लड़ने वाले वकील भी कामत ही थे। कामत कर्नाटक सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल भी थे। राज्य में कांग्रेस की सरकार के हटने के बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दिया था। ऐसे में हिजाब विवाद में कांग्रेस की ओर से हाथ होने की संभावना कामत के केस लड़ने की वजह से पुख्ता लग रहा है।