newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Congress: ‘असहाय महसूस कर रहा हूं’, कांग्रेस में मची खींचतान पर बोले पी चिदंबरम

Congress: कांग्रेस पार्टी में जारी सियासी सरगर्मियां तेजी से चल रही हैं। पार्टी मे चल रही उथल-पुथल को बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपनी पार्टी की स्थिति को देखते हुए निराशा जताई है।

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में जारी सियासी सरगर्मियां तेजी से चल रही हैं। पार्टी में चल रही उथल-पुथल को बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अपनी पार्टी की स्थिति को देखते हुए निराशा जताई है। चिदंबरम ने कहा कि पार्टी फोरम में “सार्थक बातचीत” शुरू करने में विफल रहने पर वह “असहाय” महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही चिदंबरम ने कपिल सिब्बल के घर के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन के खिलाफ भी आवाज उठाई है। दरअसल सिब्बल ने बुधवार को पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया था और पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की मांग भी उठाई थी। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिब्बल के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था। वहीं अब इस मामले में पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा, ”जब हम पार्टी मंचों के भीतर सार्थक बातचीत शुरू नहीं कर पाते हैं तो मैं असहाय महसूस करता हूं।जब मैं अपने एक सहयोगी और सांसद के आवास के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा नारे लगाते हुए तस्वीरें देखता हूं तो मैं भी आहत और असहाय महसूस करता हूं।”

कपिल सिब्बल का बयान

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बयान देते हुए कहा था कि ‘कांग्रेस में अब कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है। हम नहीं जानते कि पार्टी के निर्णय कौन ले रहा है।’ दरअसल, कांग्रेस नेता ने पंजाब मे आए राजनीतिक संकट को देखते हुए यह बयान दिया था। अपने बयान में सिब्‍बल ने कहा, ‘हम जी-23 हैं, निश्चित रूप से जी हुज़ूर-23 नहीं हैं। पार्टी के सामने हम मुद्दों को उठाते रहेंगे।’ साथ ही उन्‍होंने कहा क‍ि यह कभी भी जी-23 नहीं था, यह हमेशा जी-23 प्‍लस रहा है. कपिल सिब्‍बल ने आगे कहा था, ‘हम शीर्ष नेतृत्‍व से बात करते रहेंगे।

Kapil Sibal

गुलाम नबी आजाद का पत्र

इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की तत्काल बैठक बुलाई जाए। वहीं सूत्रों की मानें तो राज्यसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष आजाद ने पत्र में कहा था कि पार्टी से कई नेताओं के अलग होने के मद्देनजर आंतरिक रूप से चर्चा की जाए।