
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश का रण आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने जीत लिया है। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से जनता ने सत्ता परिवर्तन किया है। राज्य की जनता ने इस बार कांग्रेस पार्टी ने विश्वास जताते हुए सत्ता पर काबिज कराया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल में चुनाव तो जीत लिया है, लेकिन अब पार्टी के सामने मुख्यमंत्री के नाम को पेंच सकता है। सीएम पद की दावेदारी को लेकर हिमाचल कांग्रेस में घमासान हो सकता है। ऐसे में कांग्रेस घमासान को देखते हुए सक्रिय हो गई है और आज शिमला में कांग्रेस पार्टी अपने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करने जा रही है। इस बैठक में 2 केंद्रीय पर्यवेक्षक के साथ-साथ हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहेंगे। इस बैठक में हिमाचल में सीएम पद के नाम पर फैसला हो सकता है।
इसी बीच हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी और मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह ने सीएम की दावेदारी को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसके बाद राज्य में सियासी पारा गर्मा गया है। दरअसल मीडिया के सीएम पद के दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रतिभा सिंह ने जवाब देते हुए कहा, उनके परिवार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि उन्हीं (वीरभद्र सिंह) के नाम पर, उन्हीं के चेहरे और कामों को लेकर हमने ये इलेक्शन जीता है।
आगे प्रतिभा सिंह ने कहा कि, ऐसा नहीं हो सकता है कि नाम , फेस और फैमली आप उनकी यूज करो, श्रेय किसी और को दो। ऐसा तो हाईकमान भी नहीं करेगी। उनके इस बयान के बाद अब हिमाचल कांग्रेस में घमासान मच सकता है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सीएम चेहरे के लिए एक, दो नहीं बल्कि 6 दावेदार माने जा रहे है। सीएम के नाम पर कांग्रेस में पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है।
“They can’t neglect his (Virbhadra Singh) family. We won on his name, face & work. It can’t be that you use his name, face & family & give credit to someone else. High Command won’t do this,” says HP Cong chief Pratibha Singh ahead of Legislative Party meet#HimachalElection2022 pic.twitter.com/PmxkjJ2ymD
— ANI (@ANI) December 9, 2022
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 68 में कांग्रेस ने 40 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के खाते में 25 सीटें आई है। जबकि आम आदमी पार्टी एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में एक चरण 12 नवंबर को वोट डाले गए थे।