नई दिल्ली। दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) का नाम बदले जाने को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल 15 अगस्त से नेहरू मेमोरियल का नाम अब ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ के नाम से जाना जाएगा। इस नामकरण को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों तरफ से लगातार वार-पलटवार का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार पर नेहरू के नाम को मिटाने की कोशिश कर रही है। वहीं भाजपा का कहना है किसी का नाम नहीं मिटाया जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नेहरू मेमोरियल का नाम बदले जाने पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
उन्होंने कहा, नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं। राहुल गांधी ने ये बयान लद्दाख रवाना होने से पहले दिया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर मीडिया द्वारा नेहरू मेमोरियल का नाम चेंज किए जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा नेहरू जी पहचान उनके कर्म और काम में थी उनके नाम में नही। बता दें कि कांग्रेस नेता 2 दिन के लद्दाख दौरे पर रवाना चुके है। जहां वो कारगिल जाएंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी करेंगे, साथ ही चुनाव रणनीति पर चर्चा कर सकते है।
नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।
: नेहरू मेमोरियल का नाम बदले जाने पर @RahulGandhi जी pic.twitter.com/cjw8LL7mGO
— Congress (@INCIndia) August 17, 2023
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का राहुल गांधी पर पलटवार-
वहीं राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ”हम किसी भी पार्टी के हों, अपने पूर्व प्रधानमंत्रियों को सम्मान दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इसे अनावश्यक रूप से मुद्दा बना रही है। मुझे नहीं पता कि इसमें समस्या क्यों है।”
#WATCH हम किसी भी पार्टी के हों, अपने पूर्व प्रधानमंत्रियों को सम्मान दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इसे अनावश्यक रूप से मुद्दा बना रही है…मुझे नहीं पता कि इसमें समस्या क्यों है: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, जयपुर https://t.co/GKM7VLgMV6 pic.twitter.com/Z2StjzcpYR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2023
गौरतलब है कि नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने का निर्णय जून में ही ले लिया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसके नाम बदलने पर मुहर लगाई गई थी। लेकिन इसका औपचारिक नाम प्रधानमंत्री संग्रहालय 15 अगस्त के मौके पर किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि जवाहरलाल नेहरू तीन मूर्ति में रहते थे जिसको बाद में घर को संग्रहालय में चेंज कर दिया गया था।