
नई दिल्ली। रामनगरी अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनकर तैयार होने वाला है। कई सालों के बाद भक्ति 22 जनवरी 2024 से रामलला के दर्शन कर पाएंगे। राम मंदिर के निर्माण से जुड़ा अपडेट लगातार सामने आता रहती है। वहीं गाजियाबाद के मोहित पांडे को राम मंदिर का पुजारी नियुक्त किए जाने के बाद से सुर्खियों में छाए हुए है। लेकिन सोशल मीडिया एक्स पर कांग्रेस नेता हितेंद्र पिठादिया ने मोहित पांडे की फेक और आपत्तिजनक फोटो शेयर कर दी। जिसमें एक शख्स महिला के साथ अश्लील हरकत कर रहा है। उधर झूठी फोटो साझा करने पर अहमदाबाद की साइबर क्राइम पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। खबर है कि पुलिस ने कांग्रेस नेता हितेंद्र को गिरफ्तार भी कर लिया।
રામ મંદિરના પુજારીને લઈને અપમાનજનક પોસ્ટ અંગે ધરપકડ, કોંગ્રેસ નેતા હિતેન્દ્ર પીઠડિયાની ધરપકડ, અમદાવાદ સાયબર ક્રાઈમે ધરપકડ કરી…#news18gujarati #gujarat #breakingnews #gujaratinews pic.twitter.com/9OnMsSV24Q
— News18Gujarati (@News18Guj) December 12, 2023
कांग्रेस नेता हितेंद्र ने अपने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) में एक महिला के साथ पुजारी की अश्लील फोटो साझा की। इस फोटो में उन्होंने दावा किया कि ये मोहित पांडे है जो कि हाल ही में राम मंदिर के पुजारी के तौर पर नियुक्त किया गया है। इस पोस्ट में हितेंद्र ने लिखा, ”क्या इसको राम मंदिर का पुजारी बना रहे है?” बता दें कि मोहित के खिलाफ घृणा अभियान चलने वाले हितेंद्र गुजरात कांग्रेस के अनुसूचित मोर्चा के मुखिया है।उनके इस फर्जी ट्वीट को कुछ असल समझते हुए सोशल मीडिया पर वायरल करने लगे।
जानिए वायरल फोटो का सच-
कांग्रेस नेता द्वारा साझा किए गए फोटो में एक शख्स के माथे पर टीका लगाए हुए दिखाया गया है। इसके अलावा शख्स महिला के साथ अश्लील हरकत करते हुए दिख रहा है। दोनों ही आपत्तिजनक अवस्था में नजर आ रहे है। लेकिन हितेंद्र ने बिना सच जाने बिना फोटो को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर दिया। लोगों के बीच ये भ्रम फैलाने की कोशिश की, ये पुजारी मोहित पांडे है। तूल पकड़ने के बाद कांग्रेस नेता ने इस आपत्तिजनक पोस्ट को डिलीट भी कर दिया।
प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल को आवश्यक जॉच व नियमानुसार विधिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) December 12, 2023
हालांकि सच्चाई सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने कांग्रेस नेता की जमकर क्लास भी लगाई। वहीं इस विवादित पोस्ट पर अयोध्या पुलिस का बयान भी सामने आया है। अयोध्या पुलिस ने लिखा, ”प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल को आवश्यक जॉच व नियमानुसार विधिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।”