नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी संग्राम अभी चल रहा है, ऊंट किस करवट बैठेगा, फिलहाल अभी तय नहीं है। इस बीच जयपुर से जैसलमेर के सूर्यगढ़ फोर्ट पैलेस पहुंचे कांग्रेसी विधायकों की बैठकों का दौर जारी है। इस बैठक में कांग्रेसी विधायक सचिन पायलट और उनके खेमे के विधायकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
विधायक दल की बैठक से बड़ा सियासी संदेश निकला है। पायलट कैंप के लिए कांग्रेस के दरवाजे अब लगभग बंद बताए जा रहे हैं। इस बैठक में विधायकों ने सचिन पायलट सहित बागियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने आश्वासन दिया कि बागियों की अब हाईकमान के सामने पैरवी नहीं होगी। इस बैठक के दौरान शांति धारीवाल सचिन पायलट पर जमकर बरसे।
वहीं, सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जीत हमारी और सत्य की ही होगी। हमारे विधायकों की एकता अटूट है। विधायकों की एकता की वजह से ही बीजेपी को बाड़ेबंदी के लिए मजबूर होना पड़ा। गहलोत ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह क्या चाहते हैं, ये किसी से छिपा नहीं है। बीजेपी के साजिश की पोल खुल चुकी है। ये बीजेपी के कई विधायक भी जानते हैं। पार्टी में गुटबाजी चरम पर है।
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को एक चिट्ठी लिखी थी। 3 पेज की चिट्ठी में मुख्यमंत्री ने कोरोना के हालातों पर सरकार की भूमिका के बारे में विधायकों को विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने विधायकों से जनता की आवाज सुनने और लोकतंत्र को बचाने के लिए निर्णय लेने का आग्रह किया।
बता दें कि कांग्रेस के कुछ बागी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ नेताओं पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप है। गहलोत ने चिट्ठी में लिखा, चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना किसी भी दृष्टिकोण से न्यायोचित नहीं है।