
जयपुर। राजस्थान की सियासत में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच गुटबाजी से पार्टी के भीतरखाने में और भी बगावत के सुर उठने लगे हैं। सचिन पायलट के कट्टर समर्थक उदयपुरवाटी विधायक और सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहे हैं। अब नीमकाथाना शहर के कोतवाली थाने में केस दर्ज होने के बाद गुढ़ा ने इसे लेकर भी सीएम गहलोत पर बड़ा आरोप लगाया है। केस दर्ज होने के बाद मीडिया के सामने आए गुढ़ा ने कहा कि यह झूठा मुकदमा मुख्यमंत्री के इशारे पर ही दर्ज हुआ है। प्रदेश के किसी मंत्री या विधायक के खिलाफ पुलिस थाने में सीधा केस दर्ज नहीं हो जाता। यहां तो गृह मंत्रालय भी सीएम गहलोत के पास ही मौजूद है।
आपको बता दें कि अपहरण और मारपीट के आरोपी मंत्री गुढ़ा ने बताया कि मेरी पत्नी कई दिन से कह रही थी कि मुख्यमंत्री से पंगे मत लो। मौजूदा माहौल को देखते हुए उसे मेरी चिंता सता रही थी। गुढ़ा ने कहा कि अगर सीएम से पूछे बिना केस दर्ज नहीं हुआ होता तो इस मामले में मुकदमे से पहले वो एक बार मुझसे बात तो कर लेते। अब मैं ही जाकर उनसे मिलूंगा और बात करूंगा। राजेंद्र गुढ़ा ने बताया कि जिस वार्ड पंच ने केस दर्ज करवाया है वो धोखेबाज है. उससे पीड़ित महिला विमला कंवर मेरे पास आई थी। वो अपनी दो बेटियों के साथ आत्महत्या करने वाली थ उसकी बेटियों की शादी होने वाली है और उसके पास पैसे नहीं थी। मैंने लोगों को बोलकर पैसे की व्यवस्था करवाई। अगर उसकी मदद नहीं करता तो मर सकती थी। वार्ड पंच ने झूठा केस लगाया है।
पुलिस में दर्ज करवाई गई FIR में मंत्री के साथ महिला विमला कंवर का नाम भी लिखा था। केस दर्ज होने के बाद विमला ने मीडिया के सामने आकर आपबीती सुनाते हुए मंत्री का समर्थन किया।उसने बताया कि मेरी दो बेटियाें मनीषा और महिमा की 21 फरवरी को शादी होनी है. मैं 27 जनवरी को सुबह 6 बजे मंत्री गुढ़ा के पास गई थी. सुबह 11 बजे मंत्री आए तब मैंने उन्हें बताया कि वार्ड पंच न प्लॉट दे रहा है और न पैसे दे रहा है। बेटियों की शादी में 20-21 दिन ही बचे हैं। अगर पैसों की व्यवस्था नहीं हुई तो मैं किसे रहूंगी।