बेंगलुरु। रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस मौके पर देशभर में उत्साह का माहौल है, लेकिन विवादित बयान भी कुछ नेता दे रहे हैं। अब कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार के एक मंत्री ने भगवान राम के बारे में विवादित बयान दिया है। भगवान राम के बारे में विवादित बयान देकर सुर्खियों में आने वाले कर्नाटक के इन मंत्री का नाम केएन राजन्ना है।
“There are Ram temples with a history of thousands of years. But the BJP is building temples for elections. BJP is cheating people… I had gone to Ayodhya when the Babri Masjid was demolished. Later, they kept two dolls in a tent and called them Ram. Back home, when we go to a… pic.twitter.com/8OyPaGXgey
— ANI (@ANI) January 16, 2024
केएन राजन्ना ने एक कार्यक्रम में भगवान राम के बारे में विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों को धोखा दे रही है। राजन्ना ने कहा कि बीजेपी चुनावों के लिए मंदिर बना रही है। जबकि, हजारों साल के इतिहास वाले राम मंदिर हैं। कर्नाटक के मंत्री राजन्ना ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था, तो मैं अयोध्या गया था। उन्होंने कहा कि एक तंबू में दो गुड़िया रख दीं और उनको राम बताया गया। केएन राजन्ना बोले कि जब हम राम मंदिर जाते हैं, तो एक निश्चित वाइब्रेशन महसूस होता है, अयोध्या में ऐसा कुछ भी महसूस नहीं हुआ। राजन्ना का ये बयान उस वक्त आया है, जब एक तरफ कांग्रेस का आलाकमान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्योता मिलने के बाद भी शामिल होने से इनकार कर चुका है।
राजन्ना के विवादित बयान से पहले भी तमाम नेता राम मंदिर और भगवान राम के बारे में विवादित बयान दे चुके हैं। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर नहीं बना है, 3 किलोमीटर दूर बना है। वहीं, बिहार में आरजेडी नेता फतेह बहादुर ने मंदिर जाने को अंधकार की ओर जाना बताया था। फतेह बहादुर के इस विवादित बयान का बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी समर्थन किया था। अब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में महज 4 दिन बचे हैं। ऐसे में नेताओं की बयानबाजी सियासत को भी गरमा रही है। माना जा रहा है कि कर्नाटक के मंत्री केएन राजन्ना के ताजा विवादित बयान से भी राजनीति गरमाएगी। उधर, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंगलवार से ही अयोध्या में कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। ये कार्यक्रम 21 जनवरी तक चलेंगे और फिर 22 जनवरी की दोपहर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पीएम नरेंद्र मोदी के हाथ होगी।