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महिलाओं-किन्नरों के सपने में आईं ‘कोरोना माता’, बोली मेरी पूजा करो!

भारत में कोरोना का भय अंधविश्वास का रूप लेने लगा है। झारखंड के धनबाद में महिलाएं अब कोरोना को ‘कोरोना माता’ कहकर इसकी पूजा-अर्चना करने लगी हैं।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है। रोजाना कोरोना के बढ़ते मामले और मरते लोगों की गिनती ने जहां एक ओर पूरी दुनिया को परेशान कर रखा है वहीं दूसरी ओर वैज्ञानिकों के लिए भी यह अब तक की सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। अब भारत में कोरोना का भय अंधविश्वास का रूप लेने लगा है। झारखंड के धनबाद में महिलाएं अब कोरोना को ‘कोरोना माता’ कहकर इसकी पूजा-अर्चना करने लगी हैं।

Corona Mata pooja

लोगों का मानना है कि सोमवार और शुक्रवार को पूरे विधि-विधान से कोरोना माता की पूजा करने से वो अपने आप ही देश छोड़कर चली जाएंगी। जिसके बाद महिलाएं और किन्नर ‘कोरोना माता’ को प्रसन्न करने में जुट गई हैं। यह मामला तब सामने आया जब ‘कोरोना माता’ की पूजा करते हुए कुछ महिलाओं का वीडियो और किन्नरों की तस्वीरें वायरल होने लगीं। वीडियो में कुछ महिलाएं तैयार होकर एक खुले मैदान में पूजा करती हुई दिखाई पड़ रही हैं।

Corona Mata pooja

पूजा करने वाली महिलाओं का कहना है, ‘बिहार के छपरा जिला में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। उस वीडियो में एक महिला का कहना है कि मैंने एक सपना देखा है जिसमें दो महिलाएं खेत में घास काट रही थीं। इसी दौरान एक गाय वहां आई और वह एक देवी का रूप धारण कर बोली, आप लोग डरो मत, मैं कोरोना माता हूं। मेरा देश में माता के रूप में प्रचार-प्रसार करो। सोमवार और शुक्रवार को विशेष नियम से मेरी पूजा अर्चना कर मेरा आशीर्वाद ग्रहण करो। मैं शांत होकर खुद चली जाऊंगी। जिसकी वजह से हम भी पूजा कर रहे हैं।


वहीं, इलाके में रह रहे किन्नर समाज का कहना है कि उन्होंने भी इसी तरह का सपना देखा है। जिसके बाद एक दर्जन किन्नर नहा धोकर नए वस्त्र धारण कर खुले मैदान में ‘कोरोना माता’ की विशेष पूजा करने के लिए जुट गए। किन्नर इस दौरान कोरोना माता को प्रसन्न करने के लिए कई गीत भी गा रही थीं।

बिहार : कोरोना बनी ‘माई’, महामारी दूर करने के लिए महिलाएं कर रही पूजा

वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर उपजे अंधविश्वास ने बिहार में कोरोना को ‘माई’ (देवी) बना दिया है। इसी कारण इस संक्रमण से छुटकारा पाने को लेकर गांव की महिलाएं अब कोरोना देवी की पूजा करने में जुट गई हैं।

Corona Mata pooja

बिहार के नालंदा, गोपालगंज, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में कोरोना को दूर करने के लिए कोरोना देवी की पूजा की जा रही है। गांव की महिलाएं समूह बनाकर जलाशयों के किनारे पहुंचकर ‘कोरोना देवी’ की पूजा कर रही हैं। यह सिलसिला चार-पांच दिनों से चल रहा है।


इस पूजा को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। हालांकि, इस दौरान महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रख रही हैं।

गोपालंगज में फुलवरिया घाट पर पूजा करने पहुंची महिलाए सात गड्ढे खोद कर उसमें गुड़ का शर्बत डालकर के साथ लौंग, इलायची, फूल व सात लड्डू रखकर पूजा करने जुटी, जिससे महामारी से छुटकारा मिल जाए। मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा स्थित सर्वेश्वरनाथ मंदिर में पिछले तीन दिनों से ‘कोरोना माता’ की पूजा करने पहुंच रही हैं।

इस पूजा करने के संबंध में महिलाओं ने बताया कि एक वीडियो के माध्यम से उन्होंने जाना कि कोरोना को अगर भगाना है, तो उनकी पूजा लड्डू, फूल और तिल से करनी होगी। जबकि एक अन्य महिला इसे एक सपने से जोड़कर कहानी बता रही है।

इधर, बक्सर जिले के कई प्रखंडों में भी कोरोना देवी की पूजा में महिलाएं व्यस्त हैं। महिलाओं का समूह गंगा में स्नान कर नदी किनारे पूजा अर्चना कर रहा है। सात गड्ढे बनाए गए और धूप-दीप करने के बाद उन गड्ढों में लड्डू और गुड़हल का फूल के साथ गुड़ और तिल को जमीन में दबा दिया गया।

कई इलाकों में ‘कोरोना देवी’ के लिए पुआ पकवान बनाकर भी पूजा करने की बात सामने आ रही है। सबसे आश्चर्यजनक बात है कि इसमें सभी वर्ग की महिलाएं शामिल हैं।