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Corona Scare: यूपी में कल से नाइट कर्फ्यू की वापसी, मोदी के यूपी दौरों और मेगा रैली पर भी ग्रहण

मोदी का पहला यूपी दौरा 4 जनवरी को मेरठ में रखा गया था। वहीं, मोदी का अगला दौरा 8 जनवरी को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होने की बात थी। जबकि, 9 या 10 जनवरी को बीजेपी का इरादा लखनऊ में मोदी की मेगा रैली करने का था।

लखनऊ। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के लगातार बढ़ते प्रसार को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज टीम-9 के अफसरों की बैठक के बाद कल यानी 25 दिसंबर की रात से नाइट कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया है। साथ ही किसी भी सार्वजनिक प्रोग्राम में 200 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। यूपी में नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। ये फैसला आज रात 12 बजे क्रिसमस के मौके पर ईसाई समुदाय की चर्चों में प्रार्थना को देखते हुए कल से लागू किया जा रहा है। उधर, कोरोना के बढ़ते प्रसार की वजह से पीएम नरेंद्र मोदी के आगामी लखनऊ दौरों पर भी संकट के बादल घिर रहे हैं। मोदी को जनवरी की शुरुआत में यूपी के लगातार 3 दौरे करने थे।

PM Narendra Modi

यूपी बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक मोदी को जनवरी की 10 तारीख तक 3 बार यूपी आना था। इसके लिए कार्यक्रम बनाकर पीएमओ को भेजा गया था। पहला दौरा 4 जनवरी को मेरठ में रखा गया था। वहीं, मोदी का अगला दौरा 8 जनवरी को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होने की बात थी। जबकि, 9 या 10 जनवरी को बीजेपी का इरादा लखनऊ में मोदी की मेगा रैली करने का था। इस रैली में बीजेपी ने 10 लाख लोगों को इकट्ठा करने का इरादा बनाया था। कोरोना के बढ़ते प्रसार की वजह से अब पीएम के ये सारे दौरे संकट में घिरते दिख रहे हैं। बीजेपी नहीं चाहती कि उसपर किसी तरह कोरोना के प्रसार का आरोप विपक्ष लगाए।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक यूपी सरकार आने वाले दिनों में कोरोना की चाल को देखते हुए और कड़े कदम भी उठा सकती है। फिलहाल नाइट कर्फ्यू के अलावा किसी भी कार्यक्रम में 200 लोगों से ज्यादा के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है। बता दें कि कल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी केंद्र सरकार और चुनाव आयोग से आग्रह किया था कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम और सभी नेता भीड़ इकट्ठा कर रैली करने की जगह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या अखबारों के जरिए प्रचार करें। हाईकोर्ट ने पीएम मोदी और चुनाव आयोग से सभी राजनीतिक दलों की रैलियों और जनसभाओं पर भी रोक लगाने का आग्रह किया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी पर विपक्ष लगातार आरोप लगाता रहा कि कोरोना के खतरे के बावजूद उसके नेता रैलियां करते रहे।