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Hardeep Singh Nijjar: खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की संपत्ति जब्त करने का कोर्ट ने दिया आदेश

बीते दिनों निज्जर की कनाडा के सर्रे स्थित गुरुद्वारे के पास दो बंदूकधारी बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब हत्या के बाद तीन महीने बाद जी -20 सम्मेलन में शिरकत करने के बाद ट्रूडो ने कनाडा पहुंचते भारत पर सनसनीखेज आरोप लगाए। जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है।

नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की संपत्ति अटैच करने का आदेश कोर्ट ने दिया है। इस संदर्भ में बाकायदा नोटिस भी जारी किया गया है, जिसे निज्जर के घर की दीवारों पर चस्पा दिया गया है। इस आदेश के बाद जालंधर स्थित निज्जर की संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले खालिस्तानी आतंकी पन्नू की पंजाब स्थित संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया गया था। इससे पहले साल 2020 में भी पन्नू की संपत्तियों को अटैच किया गया था। आमतौर पर कोर्ट द्वारा किसी की संपत्ति को अटैच करने के बाद संपत्ति का मालिक उसे बेचने का अधिकार खो देता है। अटैच के बाद संपत्ति सरकार की हो जाती है।

ध्यान दें, निज्जर की संपत्ति को अटैच करने का आदेश कोर्ट ने ऐसे वक्त में दिया है, जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बीते दिनों हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने भाषण में निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने की बात कही थी। ट्रूडो के इन आरोपों ने वैश्विक मंच पर खलबली मचा दी। हालांकि, भारत ने फौरन बयान जारी कर ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर इन्हें राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि ट्रूडो कनाडा में मौजूद अपने खालिस्तानी अकाओं को खुश करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं, जिनमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है।

hardeep singh nijjar

बता दें कि बीते दिनों निज्जर की कनाडा के सर्रे स्थित गुरुद्वारे के पास दो बंदूकधारी बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब हत्या के बाद तीन महीने बाद जी -20 सम्मेलन में शिरकत करने के बाद ट्रूडो ने कनाडा पहुंचते भारत पर सनसनीखेज आरोप लगाए। जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि चीन के दबाव में आकर कनाडा ने भारत पर यह आरोप लगाए। उधर, कनाडा के इन आरोपों का भारत ने एक नहीं, बल्कि कई दांव चलकर जवाब दिया है।

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इसके बाद ट्रूडो ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया कि हम भारत को उकसाना नहीं चाहते हैं। हम भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं। अब सवाल है कि अगर ट्रूडो भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, तो इस तरह के बेहूदे बयान किन्हें खुश करने के लिए वो दिए जा रहे हैं। इसका जवाब तो वही दे पाएंगे। खैर, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के नागरिकों को वीजा दिए जाने पर रोक लगा दी है। इसके अलावा दिशानिर्देश जारी कर कनाडा में रह रहे नागरिकों को सतर्क रहने की भी हिदायत दे डाली है। बहरहाल, अब यह पूरा विवाद आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।