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Pulwama Attack: पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों पर अभद्र टिप्पणी करना फैज रशीद को पड़ा महंगा, कोर्ट ने सुनाई 5 साल की सजा और ठोका जुर्माना

इस पूरे मामले को फैज रशीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया था। वहीं, फैज के वकील ने उसे रिहा करने की मांग की है। उसके वकील ने दलील दी कि उसने कोई अपराध नहीं किया है। लेकिन, अदालत ने कहा कि उसने एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार अपमानजनक टिप्पणी की थी।

नई दिल्ली। चलिए मान लिया कि भारतीय संविधान आपको किसी भी मसले पर बेबाकी से राय जाहिर करने का पूरा अधिकार देती है, लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं हो जाता ना कि आप अनर्गल प्रलाप ही शुरू कर दें। अब अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको कानून के कहर का शिकार होने से कोई नहीं रोक सकता है। ऐसा ही कुछ इंजीनियरिंग के छात्र फैज रशीद के साथ हुआ है। बता दें कि फैज रशीद ने पुलवामा अटैक में शहीद हुए जवानों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद फैज रशीद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई।

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उधर, इस पूरे मामले को फैज रशीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया था। वहीं, फैज के वकील ने उसे रिहा करने की मांग की है। उसके वकील ने दलील दी कि उसने कोई अपराध नहीं किया है। लेकिन, अदालत ने कहा कि उसने एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार अपमानजनक टिप्पणी की थी। वहीं, अगर उसकी पृष्टिभूमि की बात करें, तो वो कोई निरक्षर व्यक्ति नहीं है, बल्कि एक शिक्षित व्यक्ति है, जिसे समाज की पूरी समझ है, लेकिन इसके बावजूद भी उसने ऐसी टिप्पणी की है। जिसके बाद फैज रशीद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। आइए, अब आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

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सेना की शहादत पर विवादास्पद टिप्पणी करने के मामले में फैज रशीद को पांच साल की जेल व 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है और इसके साथ ही उसे कड़ी चेतावनी दे दी गई है कि अगर भविष्य में फिर सेना के संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी करने गुरेज करें। बहरहाल, सेना के संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी करने वाले शख्स को कड़ी सजा सुनाकर कोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि जो कोई भी सेना की अस्मिता पर हमला बोलेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।