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Corona Vaccine: Covaxin पर कांग्रेस ने फैलाया भ्रम, BJP ने खोल पोल, दिया ऐसे करारा जवाब

Coronavirus Vaccine: मीडिया को संबोधित करते हुए संबित पात्रा ने कहा, कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार देशभर में वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से चला रही है। महामारी के इस दौर में वैक्सीन को एक बड़े हथियार के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कुछ विपक्ष दल वैक्सीन को लेकर भ्रामक खबरे फैलाने का काम लगातार कर रहे है।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। वहीं कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्ष लगातार भ्रम फैलाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी की ओर से कोवैक्सीन में गाय के बछड़े का सीरम मिलाए जाने की बात कही है। जिसको लेकर अब सियासत भी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने अब इस मामले को लेकर कांग्रेस को जमकर लताड़ लगाई है। इतना ही नहीं पात्रा ने कहा कि, भाजपा कांग्रेस पार्टी से एक ही सवाल पूछ रही है कि गांधी परिवार (सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी) ने कब अपना पहला और दूसरा डोज़ लिया। गांधी परिवार वैक्सीनेटेड है या नहीं है? गांधी परिवार कोवैक्सीन पर विश्वास करती है या नहीं करती?

Covaxin

मीडिया को संबोधित करते हुए संबित पात्रा ने कहा, कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार देशभर में वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से चला रही है। महामारी के इस दौर में वैक्सीन को एक बड़े हथियार के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कुछ विपक्ष दल वैक्सीन को लेकर भ्रामक खबरे फैलाने का काम लगातार कर रहे है। संबित पात्रा ने कहा, आज कांग्रेस ने महापाप किया है, क्योंकि जिस प्रकार का भ्रम भारत में निर्मित कोवैक्सीन को लेकर आज कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया और प्रेस कांफ्रेंस करके उनके प्रवक्ता पवन खेड़ा ने फैलाया है, वो महापाप है।

उन्होंने कहा, अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन खेड़ा और कांग्रेस के सोशल मीडिया के नेशनल कन्वीनर गौरव पांधी आक्षेप लगाया है कि कोवैक्सीन में गाय के बछड़े का सीरम होता है। सोशल मीडिया पर यहां तक कहा गया कि गाय और बछड़े को मारकर ये वैक्सीन तैयार किया गया है। वैज्ञानिक समुदाय और स्वास्थ्य मंत्रालय का इस विषय को लेकर स्पष्टीकरण स्पष्ट रूप से कहता है कि कोवैक्सीन में बछड़े या गाय का खून नहीं है। यह पूरी तरह सुरक्षित है। जिस प्रकार एक सांप्रदायिक एंगल देकर इसे अपभ्रंशित करने की कोशिश की जा रही है ऐसा कोई भी अपभ्रंश नहीं है।