रांची। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने विपक्षी गठबंधन को झटका देते हुए सभी 42 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया। अब ऐसा ही नजारा झारखंड में भी देखने को मिल सकता है। यहां विपक्षी गठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीआई ने राज्य की 14 में से 8 लोकसभा सीटों पर अपने दम लड़ने का फैसला किया है। ये जानकारी झारखंड में सीपीआई के प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दी है। महेंद्र पाठक ने कहा कि बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया और अब तक कांग्रेस या महागठबंधन ने सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं की है।
सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने ये भी कहा कि 16 मार्च को वो उम्मीदवारों का एलान कर देंगे। सीपीआई की राज्य समिति ने फैसला किया है कि रांची, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, पलामू, गिरिडीह, दुमका और जमशेदपुर लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। बता दें कि सीपीआई का कोई भी लोकसभा सदस्य झारखंड से नहीं है। झारखंड में विपक्षी गठबंधन में सीपीआई के अलावा जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी बड़े दल हैं। अब अगर सीपीआई अपनी तरफ से 8 सीटों पर प्रत्याशी उतारती है, तो बाकी दलों के लिए 6 ही लोकसभा सीटें बचेंगी। या फिर विपक्षी दलों के बीच आपस में ही चुनावी समर देखने को मिल सकता है।
वहीं, एबीपी न्यूज के मुताबिक जेएमएम के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने सीपीआई की तरफ से 8 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इससे सीपीआई में अनुशासन पर सवाल उठ रहा है। जेएमएम के प्रवक्ता ने कहा कि ये समझ से परे है कि क्या प्रदेश इकाई इस तरह का अहम फैसला ले सकती है। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे पर तो राष्ट्रीय स्तर पर पहले ही चर्चा चल रही है। लोकसभा में बीजेपी ने पिछली बार झारखंड से 11 सीट जीती थीं। इसके अलावा जेएमएम का 1, कांग्रेस का 1, आजसू का 1 प्रत्याशी चुना गया था।