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Delhi-NCR Pollution: नवंबर खत्म होने को आया लेकिन दिल्ली और एनसीआर में अब भी जहरीली हवा से मुक्ति नहीं!, एक्यूआई बना हुआ है 400 से ऊपर

वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में पहले स्कूलों को बंद किया गया था और फिर 19 नवंबर से स्कूल खोल दिए गए हैं। ऐसे में गंभीर प्रदूषण के बीच बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार प्रदूषण की लगाम थामने के लिए अब तक जो भी कोशिश कर चुकी है, वे नाकाम ही साबित हुए हैं। अब बारिश का ही सहारा है।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इससे सटे एनसीआर के इलाकों में जहरीली हवा से लोगों को फिलहाल मुक्ति मिलती नजर नहीं आ रही है। दिल्ली और एनसीआर में 2 नवंबर से ही गंभीर वायु प्रदूषण है। 10 नवंबर को थोड़ी बारिश हुई थी और इससे एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआई सुधरा था, लेकिन दिवाली के बाद से लगातार दिल्ली और एनसीआर की आबोहवा फिर गंभीर स्थिति में जा पहुंची है। दिल्ली और एनसीआर में आज भी गंभीर वायु प्रदूषण है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा आंकड़ों के मुताबिक आज सुबह दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 470, पंजाबी बाग में 430, आईटीओ में 410 और आरके पुरम में 450 रहा। दिल्ली से सटे नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी एक्यूआई का स्तर लगातार गंभीर बना हुआ है। इससे सांस और दिल के मरीजों के अलावा बच्चों के भी बीमार पड़ने की आशंका है।

वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में पहले स्कूलों को बंद किया गया था और फिर 19 नवंबर से स्कूल खोल दिए गए हैं। ऐसे में गंभीर प्रदूषण के बीच बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार प्रदूषण की लगाम थामने के लिए अब तक जो भी कोशिश कर चुकी है, वे नाकाम ही साबित हुए हैं। अब एक बार फिर बारिश से ही आस है। बारिश होने पर दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण एक बार फिर कम हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और आज दिल्ली और इससे सटे इलाकों में थोड़ी बहुत बारिश हो सकती है। फिर भी सवाल ये है कि बारिश के अलावा सरकारी तंत्र इस प्रदूषण को खत्म करने के लिए कोई सटीक तंत्र क्यों नहीं विकसित कर पा रहा है और हर साल दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जहरीली हवा में सांस क्यों लेना पड़ता है?

pollution in delhi

दिल्ली सरकार ने पहले वायु प्रदूषण को दूर करने के लिए आईआईटी कानपुर के सहयोग से कृत्रिम बारिश कराने की भी बात कही थी, लेकिन फिर न जाने क्या हुआ कि कृत्रिम बारिश कराने की कोशिश नहीं हुई। अब ठंड के कारण कोहरा भी छाने लगा है। ऐसे में गंभीर स्थिति में वायु प्रदूषण रहा, तो कोहरे के साथ जहरीली हवा के मिलकर रहने से आम लोगों के लिए और गंभीर स्थिति बन सकती है। दिल्ली और एनसीआर में नवंबर के महीने में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हर साल कुछ दिन बारिश होती है, लेकिन इस बार बारिश अब तक सिर्फ 1 दिन ही हुई है। जिससे प्रदूषण पूरी तरह खत्म नहीं हुआ।