नई दिल्ली। दारा सिंह चौहान ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौहान ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करवाई। बता दें कि दारा सिंह ने बीते शनिवार को सपा से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई थी। इसके बाद से ही यह कयास लग रहे थे कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, आज उन्होंने भूपेंद्र सिंह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया। बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी उन्हें घोसी सीट से टिकट दे सकती है। ध्यान दें कि गत 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सपा से उन्हें इसी सीट से टिकट दिया गया था, जिसमें उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की थी। लेकिन , बीते शनिवार को उन्होंने विधायक पद से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्य़क्ष सतीश महाना को सौंप दिया। जिसे अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
#WATCH | Dara Singh Chauhan, who resigned from Samajwadi Party, joins BJP in Lucknow, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/i5PpWPaOlb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 17, 2023
बता दें कि दारा सिंह के बीजेपी में शामिल होने के कदम को उनकी घर वापसी के रूप में रेखांकित किया जा रहा है, क्योंकि सपा का दामन थामने से पहले वे बीजेपी में ही थे, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व वे सपा में आ गए। उस वक्त उन्होंने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। उन्होंने अपने आरोपों में कहा था कि बीजेपी वादा तो करती है, लेकिन उसे निभाने की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाती है। दारा सिंह ने अपने आरोपों में कहा था कि बीजेपी ने सबका साथ सबका विकास का नारा दिया था, लेकिन अफसोस बीजेपी की सरकार बनने के बाद कुछ लोगों का ही विकास हो पाया है। ध्यान दें कि दारा सिंह के इसी बयान को मुद्दा बनाकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना भी साधा था।
प्रदेश के वरिष्ठ नेता, गरीबों-पिछड़ों की आवाज उठाने वाले पूर्व मंत्री श्री दारा सिंह चौहान ने मोदी जी के नेतृत्व में निकली विकास यात्रा को अपना समर्थन देते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, मैं उनका पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं: प्रदेश अध्यक्ष श्री @Bhupendraupbjp
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) July 17, 2023
वहीं, अब दारा सिंह का सपा से इस्तीफा आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व अखिलेश यादव के लिए बड़े झटके के रूप में इसलिए भी देखा जा रहा है, क्योंकि पूर्वांचल संभाग में उनका दबदबा है। पूर्वांचल में उनका अच्छा खास जनाधार है। इसके अलावा 2022 के चुनाव में जब दारा सिंह ने सपा का दामन थाम लिया था, तो उस वक्त यह फायदा सपा को मिला था, लेकिन अब जब वे बीजेपी की कश्ती पर सवार हो चुके हैं, तो यह कहने में कोई दो मत नहीं होना चाहिए कि अब यह फायदा आगामी सियासी दंगल में बीजेपी को मिल सकता है।
वहीं, दारा सिंह के बीजेपी में शामिल होने से एनडीए को उत्तर प्रदेश में मजबूती मिली है। बता दें कि आगामी 18 जुलाई को एनडीए ने अपने दलों की बैठक बुलाई है, जिसमें सभी दलों को आमंत्रित किया गया है। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व इस बैठक के कई राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व दारा सिंह के इस कदम से बीजेपी को कितना फायदा मिल पाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।