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अब पढ़िए देहरादून में पढ़ने वाली कश्मीरी छात्रा का कारनामा, सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल यह करने की जताई इच्छा

देहरादून से एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर ऐसी इच्छा प्रकट की है जिसके बाद लोगों के अंदर गुस्सा भर गया है। पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की कुर्बानी पर भी उसने जश्न मनाते हुए हैप्पी वैलेनटाइन लिखा था।

देहरादून। देश में कुछ लोग इस संकट काल के दौरान भी माहौल बिगाड़ने के प्रयास में जूट हुए हैं। ऐसे कुछ लोग किसी न किसी तरह से सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाने के नाम पर या तो गौरवाजिब मांगों को लेकर सड़कों पर उतरते हैं या हंगामा काटते हैं। मगर इस देहरादून से एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर ऐसी इच्छा प्रकट की है जिसके बाद लोगों के अंदर गुस्सा भर गया है। दरअसल देहरादून के एक निजी इंजीनियरिंग संस्थान में पढ़ने वाली कश्मीरी छात्रा ने आतंकी बनने की इच्छा जताई है।

Terrorists

यह मामला पुराना है, लेकिन इसका खुलासा अब हुआ है। इस छात्रा ने सोशल मीडिया पर खुलेआम ऐलान किया है कि वह चाहती है कि उसका बेटा भी हिजबुल कमांडर बने। उसकी पोस्ट वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। काॅलेज ने आरोपी कश्मीरी छात्रा को सस्पेंड कर दिया है।

 

कश्मीरी छात्रा ने अपनी पोस्ट में देश विरोधी जहर उगला है। उसने न केवल आतंकी बनने की इच्छा जाहिर की, बल्कि सेना के खिलाफ जहर भी उगला। इतना ही नहीं पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की कुर्बानी पर भी उसने जश्न मनाते हुए हैप्पी वैलेनटाइन लिखा था। दो साल पहले भी इसी तरह एक लड़के की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो गई थीं, जिसमें वो आतंकी ड्रेस में हथियार पकड़े नजर आया था। इससे पहले भी देहरादून में देश विरोधी फेसबुक पोस्टें सामने आती रही हैं।

यहां लगे थे देश विरोधी नारे

31 जनवरी को भी शिमला बाईपास स्थित शिक्षण संस्थान में देश विरोधी नारे लगे थे। जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी बना 22 साल का शोएब अहमद लोन देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित एक इंस्टीट्यूट में बीएससी आइटी तृतीय वर्ष का छात्र था। उसकी सच्चाई अक्टूबर 2018 में सामने आई थी। वर्ष 2019 में भी सोशल मीडिया में देहरादून के एक काॅलेज के स्टूडेंट ने देश विरोधी पोस्ट लिखी थी, जिस पर खूब बवाल बचा था।

7 कश्मीरी छात्रों को इस यूनिवर्सिटी ने निकाला था

रुड़की स्थित क्वॉन्टम ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने सोशल मीडिया पर कथित राष्ट्र विरोधी पोस्ट डाली थी जिसके बाद 7 कश्मीरी छात्रों को निकाला गया था। शोएब लोन के मारे जाने के बाद फरवरी 2019 में भी ही राबिया नाम की एक कश्मीरी छात्रा ने टिप्पणी की थी कि शोएब को जन्नत नसीब हो। कश्मीरी छात्र कैशर राशिद ने शहीदों को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

बजरंग दल के अध्यक्ष ने कहा

मामले को चिंताजनक बताते हुए बजरंग दल के अध्यक्ष विकास शर्मा का कहना है कि ऐसे मामलों में कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उनका कहना है कि कश्मीरी छात्रों का उत्तराखंड में पूर्ण प्रतिबंध लगाना अति आवश्यक है। जब तक ये लोग अपने घरों में तिरंगा नहीं फहरायेंगे, तब तक इनके आने पर पूर्ण प्रतिबंध लगए रहना चाहिए।

वहीं, डीआईजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। मौजूदा समय मे ये छात्र कश्मीर में है और जांच के वाद जो भी तथ्य समने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।