नई दिल्ली। हल्की ठंड के साथ हवा की गुणवत्ता में भी बदलाव आ रहा है। दिल्ली समेत कई राज्यों की हवा की गुणवत्ता गिरी है।एक बार फिर दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है, ये बात हम नहीं बल्कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर बुलेटिन में कही गई है। इसके अलावा दिल्ली वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। लोगों को गले में खिचांव, खांसी और सांस लेने में परेशानी हो रही है, और ऐसा सिर्फ दिल्ली में नहीं बल्कि उसे सटे राज्यों में भी देखा जा रहा है। बिगड़ती वायु गुणवत्ता सार्वजनिक स्वास्थ्य के बारे में चिंता पैदा करती है, जिसकी रोकथाम करना जरूरी है।
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बीमारियों से दो-चार हो रहे दिल्ली वाले
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर बुलेटिन के मुताबिक दिल्ली की हवा अब दमघोंटू होती जा रही है और सांस लेना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली में AQI 313 दर्ज किया गया है, जो काफी ज्यादा है। इससे पहले मई महीने में AQI 336 दर्ज किया गया था। दिल्ली की अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग AQI दर्ज किया गया है, जिसमें कुछ जगहों पर हवा बहुत ज्यादा जहरीली पाई गई है। ग्रेटर नोएडा में AQI सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है, जो 400 के पार है। आने वाले दिनों में भी ग्रेटर नोएडा के लोगों को जहरीली हवा में सांस लेना पड़ेगा,क्योंकि हालत कुछ दिनों तक ऐसे ही बने रहने वाले हैं।
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हवा की जहरीली
दिल्ली में हवा का AQI 313 दर्ज किया गया है और आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होने वाला है। 23 से 25 अक्टूबर के बीच हालात और ज्यादा खराब होने वाले हैं। खराब AQI की वजह से दिल्लीवालों को कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ा रहा है। बाकी राज्यों और जिलों की बात करें तो गाजियाबाद में AQI 246, फरीदाबादा में AQI 322, नोएडा में 304, गुरुग्राम में AQI 244 दर्ज किया गया है, जबकि दिल्ली के अलीपुर में AQI 272, शादीपुर में AQI 373, द्वारका में AQI 275, डीटीयू में AQI 218,आईटीओ में AQI 323, पंजाबी बाग में AQI 354,जहांगीर पुरी में AQI 337,आनंद विहार में AQI 350 दर्ज किया गया है।
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दिल्ली में हर साल बढ़ता है प्रदूषण
बता दें कि 0-50 के बीच की वायु गुणवत्ता अच्छी मानी जाती है। जबकि 50-100 के बीच को मध्यम माना जाता है। 101-200 को खराब की श्रेणी में रखा जाता है। 201-300 को खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है, जबकि 301-400 को गंभीर माना जाता है। 401- 500 को बेहद गंभीर माना जाता है। इन्ही मानकों के आधार पर हवा की गुणवत्ता को जांचा जाता है। दिल्ली में हर साल इस समय में दिल्ली का प्रदूषण बढ़ जाता है। दीवाली के समय में एनजीटी और दिल्ली सरकार के बीच तनातनी देखने को मिलती है। अब देखना होगा कि प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार क्या कदम उठाती है।