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Delhi MCD: दिल्ली नगर निगम बना जंग का अखाड़ा, BJP-AAP पार्षदों के बीच जमकर चले लात-घूंसे, सामने आई शर्मनाक तस्वीरें

बीजेपी पार्षदों ने नवनिर्वाचित महापौर शैली आबरॉय पर स्थायी समिति के चुनाव के दौरान पक्षपात करने का आरोप भी लगाया है। बीजेपी का कहना है कि शैली आबरॉय महज आम आदमी पार्टी की ही सुन रही है और किसी की भी बात नहीं सुन रही है।

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम में आज फिर जमकर बवाल हुआ। बीजेपी और आप के पार्षदों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। दोनों ही दलों के पार्षद एक-दूसरे को मारने पर आमादा हो गए। सामने आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे दोनों सियासी गुटों के पार्षद एक-दूसरे पर जमकर लात घूंसे बरसाते हुए नजर आ रहे हैं।

यहां तक की कई महिला पार्षदों को भी नहीं बख्शा गया। इसके अलावा कई महिला पार्षदों ने गलत तरीके से छूने का भी आरोप लगाया। उधर बीजेपी और आप के बीच उक्त मसले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।

वहीं, बीजेपी पार्षदों ने नवनिर्वाचित महापौर शैली आबरॉय पर स्थायी समिति के चुनाव के दौरान पक्षपात करने का आरोप  लगाया है। बीजेपी का कहना है कि शैली आबरॉय महज आम आदमी पार्टी की ही सुन रही है और किसी की भी बात नहीं सुन रही है। बता दें कि आज स्थायी समिति का चुनाव होना था। कल भी चुनाव हुआ था। लेकिन दोनों दलों के पार्षदों द्वारा किए गए हंगामे की वजह से चुनाव नहीं हो पाया।

उधर, आज जिस तरह की स्थिति वर्तमान में बनी हुई है, उसे लेकर आज भी स्थायी समिति के चुनाव नहीं हुए। जिस तरह से निगम में प्रजातंत्र का मखौल उड़ाया जा रहा है, उसकी चौतरफा आलोचना की जा रही है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

आम आदमी पार्टी का बड़ा दावा.. अब सच्चाई कितनी ? 

उधर, आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि बीजेपी पार्षदों को जब लगा कि अब वो स्थायी समिति का चुनाव हार रहे हैं, तो वो गुंडागर्दी करने पर उतर आए। आप विधायक आतिशी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी पार्षदों ने महिला महापौर शैली ऑबराय पर शारीरिक हमला किया है।

आप ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे, क्योंकि जिस तरह से बीजेपी की ओर से महिला मेयर पर शारीरिक हमला किया गया है, वह निंदनीय है। वहीं, बीजेपी ने आरोप लगाया है कि हमला पहले आप की ओर से किया गया था। आप की ओर से गुंडे भेजे गए थे, जिन्होंने नगर निगम को जंग के अखाड़े में तब्दील कर दिया। जिसकी हम आलोचना करते हैं।

बता दें कि इससे पहले भी नगर निगम में बीजेपी और आप पार्षदों के बीच महापौर चुनाव के दौरान लात घूंसे चले थे। बाद में आप की पहल पर मामला कोर्ट में पहुंचा। तब शीर्ष अदालत ने मामले में हस्तक्षेप के बाद चुनाव की तारीख निर्धारित की। लेकिन, अब स्थायी चुनाव के दौरान भी दोनों ही दलों के बीच मारपीट हो रही है।

 

अब ऐसे में बीजेपी की की ओर से पूरे मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही है। बीजेपी ने कहा कि कोर्ट को पूरे मामले का संज्ञान लेना चाहिए। हालांकि, अभी इस मारपीट को लेकर आप और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला  शुरू हो चुका है।

इसके अलावा इस मारपीट की जद में आकर चोटिल हुए पार्षदों को अस्पताल ले जाने की कवायद शुरू हो चुकी है। अब तक कई पार्षदों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है।

इस हंगामे में आकर निगम की संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है। ध्यान रहे कि इस तरह की स्थिति निगम में बीते गुरुवार को भी देखने को मिली थी। तब यह विवाद को पार्षदों के मोबाइल चलाने को लेकर पैदा हुई थी। इस प्रकरण के कई वीडियो भी प्रकाश में आ चुके हैं, जिसे लेकर अब चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। लेकिन मामले की असल सच्चाई क्या है, अभी इस मामले पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। वहीं, बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस हंगामे की वजह से बीजेपी के 10 पार्षदों को चोटें आई हैं।  जिन्हें अस्पताल पहुंचा दिया गया है। पूरे मामले का कोर्ट को संज्ञान में लेने के बाद  सीबीआई जांच की जानी चाहिए और उन सभी लोगों को सजा होनी चाहिए , जिन्होंने पूरे चुनाव प्रणाली को अव्यवस्थित करने का प्रयास किया।