
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्लीवासियों को कई बार बढ़ते प्रदूषण कती वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा हैं। दिवाली के बाद तो दिल्ली की हवा काफी ज्यादा दूषित हो जाती हैं। एक बार फिर दिल्ली एनसीआर की हवा जानलेवा साबित हो रही हैं। दिवाली के बाद से ही दिल्ली में धुंध देखने को मिल रहा हैं। पराली जलने की घटना भी कम नहीं हो रही है। देश की राजधानी दिल्ली की एयर क्वालिटी गुरुवार को सबसे खराब श्रेणी में मापी गई हैं। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही हैं, वहीं कुछ लोगों को आंख में जलन की समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं। दिल्ली, नोएडा औऱ गुरुग्राम में एयर क्वालिटी बहुत ही खराब हो गई हैं। हालांकि, नोएडा ने तो इस मामले में दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया हैं। नोएडा की एयर क्वालिटी 393 दर्ज हुई, वहीं दिल्ली की 346 और गुरुग्राम की एयर क्वालिटी 318 मापी गई हैं।
दिल्ली एनसीआर की हवा का स्तर बिगड़ा
दिल्ली एनसीआर की हवा का स्तर लगातार बिगड़ता जा रहा हैं। दिल्ली में हवा 354 एक्यूआई भी दर्ज की गई हैं। इस हवा के स्तर का लगातार खराब होने पर डॉक्टर ने घर में ही रहने की सलाह दी हैं। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को घर से ना निकलने को कहा हैं, क्योंकि उनके लिए यह हवा जानलेवा साबित हो सकती हैं। इससे उनकी सेहत पर असर पड़ सकता हैं। इस वक्त सांस से जुड़ी समस्या और गंभीर हो सकती हैं। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार 1 से 15 नवंबर के बीच पराली जलाए जाने की घटना काफी होती हैं। इस दौरान दिल्लीवासी सबसे खराब हवा में सांस लेते है, जो आगे चलकर बीमारी का कारण बनती हैं। यह समस्या दिल्लीवासी कई साल से झेल रहे हैं।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 346 (बहुत खराब) श्रेणी में है, नोएडा में AQI 393 (बहुत खराब) श्रेणी में, गुरुग्राम में AQI 318 (बहुत खराब) श्रेणी में और एयरपोर्ट (T3) में AQI 333 (बहुत खराब) श्रेणी में है। pic.twitter.com/ZPWvtXdKDT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2022
एक्यूआई कितना खराब होता है और कितना अच्छा
आइए आज हम आपको बताते हैं कि कितना एक्यूआई हमारे लिए अच्छा होता है और कितना बुरा होता है। 0से 50 तक के बीच का एक्यूआई अच्छा साबित होता हैं। 51 से 100 के बीच का एक्यूआई ठीक होता हैं। वहीं 101 से 200 के बीच का मध्यम होता है, तो 201 से 300 का खराब साबित होता हैं। 301 से 400 बहुत खराब, तो वहीं 401 से 500 बहुत गंभीर और 500 से ऊपर के एक्यूआई जानलेवा साबित होता हैं। इसमें व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक्कत होती हैं।