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Kanjhawala Case: कंझावला में अंजलि की दर्दनाक मौत के बाद दिल्ली पुलिस ने कसे अपने कर्मचारियों के पेच, अब करना होगा ये काम

अंजलि की मौत बीते साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को हुई थी। अंजलि की स्कूटी को कार ने टक्कर मार दी थी। अंजलि इसके बाद गिर गई। गिरने के बाद अंजलि कार के निचले हिस्से में फंस गई थी। कार सवार लोगों ने इसके बाद भी गाड़ी नहीं रोकी थी। अंजलि को वो करीब 13 किलोमीटर तक घसीटते रहे थे।

नई दिल्ली। दिल्ली के कंझावला केस में अंजलि के जान गंवाने के बाद अब दिल्ली पुलिस ने अपने कर्मचारियों के पेच कसे हैं। दिल्ली पुलिस के उच्चाधिकारियों ने थाने और पीसीआर वैन में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देश के तहत रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों को अपनी मौजूदा लोकेशन बतानी होगी। साथ ही इस वक्त में थाने से बाहर जाने के लिए थाना प्रभारी यानी एसएचओ से मंजूरी भी लेनी होगी। एसएचओ और एटीओ को भी अपनी लाइव लोकेशन बताने के निर्देश दिल्ली पुलिस की ओर से दिए गए हैं।

delhi police file photo

अंजलि की मौत बीते साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को हुई थी। अंजलि की स्कूटी को कार ने टक्कर मार दी थी। अंजलि इसके बाद गिर गई। गिरने के बाद अंजलि कार के निचले हिस्से में फंस गई थी। कार सवार लोगों ने इसके बाद भी गाड़ी नहीं रोकी थी। अंजलि को वो करीब 13 किलोमीटर तक घसीटते रहे थे। इससे अंजलि के शरीर के तमाम अंग घिर गए थे। उसकी पसलियां निकल आई थीं। यहां तक कि जिस्म पर एक भी कपड़ा तक नहीं बचा था। सिर से भेजा भी निकल गया था। अंजलि की इस घटना में मौत हो गई थी।

Kanjhawala Case

घटना की जांच में खुलासा हुआ था कि जिस गाड़ी से अंजलि की मौत हुई, वो घूमती रही। यहां तक कि 5 पीसीआर वैन उसके रूट पर होने के बाद भी किसी पुलिसकर्मी की नजर कार में फंसी अंजलि पर नहीं पड़ी। एक सीसीटीवी फुटेज में दिखा था कि आरोपियों की कार के एक जगह मुड़ने के कुछ देर बाद ही वहां से पीसीआर वैन भी गुजरी। पुलिस के इस रवैये पर लोगों ने रोष जताया था। इसके बाद ही अब पुलिसकर्मियों को लाइव लोकेशन लगातार देने के निर्देश दिए गए हैं।