नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर के 100 के करीब स्कूलों में बुधवार को बम धमाकों की धमकी वाला ई-मेल आया था। दिल्ली पुलिस इस मामले की पड़ताल कर रही है और सूत्रों के अनुसार बड़ी साजिश की आशंका है। इस वजह से दिल्ली पुलिस ने भीड़भाड़ वाले इलाकों, आईजीआई एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और बाजारों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुलिस को लग रहा है कि जिस तरह से इतने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, उससे आशंका है कि शरारती तत्व ध्यान दूसरी तरफ दिलाकर खेल कर सकते हैं। ऐसे में भीड़वाले इलाकों और अन्य जगह पुलिस की चौकसी बढ़ाई गई है और संदिग्ध लोगों पर नजर है। साथ ही लोगों से पुलिस ने अपील की है कि वे अगर कोई भी संदिग्ध चीज देखें, तो उसकी तुरंत सूचना दें।
हिंदी अखबार अमर उजाला ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया है कि स्कूलों में बम रखे जाने के ई-मेल एक ही आईडी से किए गए और इसके लिए रूस का वीपीएन यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क इस्तेमाल किया गया। वीपीएन का इस्तेमाल करने पर ई-मेल भेजने वाले का असली आईपी एड्रेस छिप जाता है और जिस देश के वीपीएन का वो इस्तेमाल करता है उसका नया आईपी एड्रेस दिखता है। पुलिस का मानना है कि किसी और देश से ये धमकी वाले ई-मेल किए गए। अगले कुछ दिनों में तकनीकी विशेषज्ञ इस वीपीएन को तोड़कर असली आईपी एड्रेस का पता कर लेंगे। इसकी वजह ये है कि तकनीकी तौर पर ये बहुत कठिन होता है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बुधवार को ही बताया था कि इस मामले में आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, ई-मेल अगर किसी और देश से किया गया, तो ऐसे में मुख्य आरोपी के साथ भारत में उसके साथियों के बारे में भी पुलिस को जानकारी जुटानी होगी। फिलहाल तो पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और चौकसी बरती जा रही है, लेकिन सबसे पहला इरादा ये है कि स्कूलों में बम धमाके करने वाले का किसी भी तरह पता लगाया जाए।