newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Delhi School: 1 सितंबर से दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान, अभिभावक की मंजूरी जरूरी

Delhi School Reopens : सिसोदिया ने जानकारी दी कि, शिक्षण संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो। किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। अगर अभिभावक बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति ना दे तो स्कूल बच्चों पर आने का दबाव नहीं बनाएंगे और उसे अनुपस्थित नहीं माना जाएगा।

नई दिल्ली। दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जाएंगे। 9 से 12 तक की कक्षाएं एक सितंबर से शुरू होंगी वहीं छठी से आठवीं तक की कक्षाएं आठ सितंबर से शुरू होंगी। इसको लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, 1 सितंबर से दिल्ली में 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग केंद्रों को खोलने के लिए इजाज़त दे दी जाएगी। वहीं सिसोदिया ने जानकारी दी कि, शिक्षण संस्थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो। किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। अगर अभिभावक बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति ना दे तो स्कूल बच्चों पर आने का दबाव नहीं बनाएंगे और उसे अनुपस्थित नहीं माना जाएगा। बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों पर लगी कंट्रोल को देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला किया है। वहीं इस फैसले के साथ दिल्ली सरकार की तरफ से ये भी कहा गया है कि बच्चों के स्कूल जाने के लिए उनके अभिभावकों की मंजूरी अनिवार्य होगी।

Manish Sisodia Delhi

स्कूल खुलने के साथ ही स्कूलों में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा। बता दें कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में स्कूलों को खोलने का संकेत दिया था। उन्होंने कहा था कि, बाकी राज्यों में स्कूल दोबारा खोलने को लेकर मिले जुले अनुभव सामने आए हैं। ऐेसे में हम दिल्ली में स्कूलों को खोलने पर विचार कर रहे हैं।

वहीं शुक्रवार को मनीष सिसोदिया ने जानकारी देते हुए कहा कि, बच्चों को अपने अभिभावक की रजामंदी के साथ ही स्कूल आने की परमिशन होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन क्लास भी चलती रहेगी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, अभी प्राइमरी स्कूलों को खोलने का कोई निर्णय नहीं हुआ है।

मीडिया को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि, दिल्ली में रोजाना कोरोना पॉजिटिविटी रेट 0.1% से लगातार कम चल रहा है। उन्होंने कहा कि,दिल्ली में पढ़ाई का काफी नुकसान हो चुका है। ऑनलाइन पढ़ाई ऑफलाइन की पढ़ाई की जगह नहीं ले सकती। उन्होंने 9 से 12 तक के प्राइवेट स्कूल खोले जा सकते हैं, कोचिंग खोले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि, किसी भी बच्चे को बाध्य नहीं किया जाएगा, स्कूल आने को लेकर। अगर पैरेंट्स की परमिशन नहीं है तो किसी बच्चे को फोर्स नहीं किया जाएगा। उसे अनुपस्थित नहीं माना जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइऩ और ऑफलाइऩ क्लास, दोनों चलेगी। जो बच्चे नहीं आना चाहते वो ऑफलाइन क्लास से पढ़ाई कर सकते हैं।