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Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मौनी अमावस्या भगदड़ मामले में सीबीआई जांच की उठी मांग, इलाहाबाद HC में लेटर पिटीशन दाखिल

Mahakumbh Stampede: लेटर पिटीशन में कहा गया है कि इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 90 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए थे। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि इस घटना में दोषी अधिकारियों को निलंबित किया जाए और भविष्य में होने वाले स्नान पर्वों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी, बुधवार को मौनी अमावस्या स्नान के मौके पर हुई भगदड़ की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग को लेकर लेटर पिटीशन दाखिल की गई है। याचिकाकर्ता राय चंद्र द्विवेदी, जो कि सोनभद्र जिले से रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर (सेंट्रल वाटर कमीशन) हैं, ने हाईकोर्ट में यह याचिका दाखिल की है। अधिवक्ता गौरव द्विवेदी के माध्यम से दाखिल इस लेटर पिटीशन में मांग की गई है कि चीफ जस्टिस इस मामले को सुओ मोटो लेकर जल्द सुनवाई करें।

30 लोगों की मौत, 90 घायल

लेटर पिटीशन में कहा गया है कि इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 90 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए थे। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि इस घटना में दोषी अधिकारियों को निलंबित किया जाए और भविष्य में होने वाले स्नान पर्वों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

Prayagraj

योगी सरकार ने बनाई न्यायिक कमेटी

घटना के बाद योगी सरकार ने मामले की जांच के लिए न्यायिक कमेटी का गठन किया था, जिसने अपनी जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अब याचिकाकर्ता ने सीबीआई जांच की मांग की है, जिससे पूरे मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच हो सके।

अगले हफ्ते हो सकती है सुनवाई

लेटर पिटीशन में आग्रह किया गया है कि हाईकोर्ट इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द सुनवाई करे। अगर अदालत इस याचिका को मंजूर करती है तो इस पर अगले हफ्ते सुनवाई संभव है। अब देखना होगा कि हाईकोर्ट इस मामले में क्या रुख अपनाता है और क्या सीबीआई जांच के आदेश दिए जाते हैं या नहीं।