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Murshidabad Violence : मुर्शिदाबाद में रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की घटनाओं की एनआईए जांच की मांग, शुभेंदु अधिकारी ने अश्विनी वैष्णव को लिखा पत्र

Murshidabad Violence : बीजेपी नेता ने इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी से बंगाल संभल नहीं रहा है और इसलिए केंद्र सरकार को यहां सेंट्रल फोर्स भेजनी चाहिए। अधिकारी ने राज्य के कुछ जिलों जैसे मुर्शिदाबाद, हुगली, दक्षिण 24 परगना,, बीरभूम, उत्तर 24 परगना में आर्टिकल 355 लगाने की मांग की।

नई दिल्ली। वक्फ संशोधन कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के बाद बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखा है। अधिकारी ने मुर्शिदाबाद जिले में स्थित रेलवे स्टेशनों पर की गई तोड़फोड़ की घटनाओं की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराए जाने का अनुरोध किया है। बीजेपी नेता ने कहा कि चूंकि मुर्शिदाबाद जिला बांग्लादेश के बॉर्डर से लगा हुआ है इसलिए हिंसक प्रदर्शनों में सिमी और पीएफआई का हाथ होने की भी संभावना हो सकती है। इसलिए मेरा अनुरोध है कि एनआईए जांच के द्वारा सच्चाई को सामने लाया जाए।

इससे पहले बीजेपी नेता ने पश्चिम बंगाल की सीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी से बंगाल संभल नहीं रहा है और इसलिए केंद्र सरकार को यहां सेंट्रल फोर्स भेजनी चाहिए। अधिकारी ने राज्य के कुछ जिलों जैसे मुर्शिदाबाद, हुगली, दक्षिण 24 परगना,, बीरभूम, उत्तर 24 परगना में आर्टिकल 355 लगाने की मांग की। उन्होंने कहा वक्फ संशोधन के विरोध के नाम पर आए दिन हो रही हिंसा में जानबूझकर निजी संपत्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। रेल और सड़कों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह घोषणा की है कि वो राज्य में वक्फ संशोधन कानून को लागू नहीं करेंगी। वहीं कोलकाता के रामलीला मैदान में जमीयत ए उलेमा हिंद की पश्चिम बंगाल इकाई के द्वारा वक्फ संशोधन कानून के विरोध में कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। जबकि मुर्शिदाबाद में वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा दो बार हिंसा भड़क चुकी है। पहले 8 अप्रैल को प्रदर्शनकारियों ने हिंसा की थी उसके बाद कल यानी 11 अप्रैल को भी वहां हिंसक प्रदर्शन किया गया जिसमें रेलवे स्टेशनों को भी नुकसान पहुंचाया गया।