नई दिल्ली। हाल ही में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक का चीनी कनेक्शन का खुलासा किया था। साथ ही NYT ने रिपोर्ट में दावा किया कि चीनी से समाचार पोर्टल पर 38 करोड़ को फंडिंग मिली है। साथ ही भारत विरोधी खबर फैलाने के लिए अमेरिकी कारोबारी नेविल रॉय सिंघम के जरिए फंडिंग होती थी जो कि चीनी सरकार का समर्थक माना जाता है। इस रिपोर्ट के बाद भाजपा हमलावर हो गई। इतना ही नहीं न्यूजक्लिक पर हुए इस खुलासे के बाद संसद से लेकर सड़क तक संग्राम देखने को मिला। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने न्यूजक्लिक का मामला संसद में भी उठाया। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी को घेरा। वहीं सोशल मीडिया पर भी चीनी प्रोपेगेंडा को बढ़ावा देने पर लोगों का आक्रोश देखने को मिला। न्यूजक्लिक विवाद को लेकर देश में मामला और गरमा गया है।
इसी बीच अब समाचार पोर्टल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए 255 प्रतिष्ठित हस्तियों ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी लिखने वालों में 14 पूर्व जज, 112 पूर्व नौकरशाह और 112 रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल है। इनमें तेलंगाना के पूर्व मुख्य न्याधीश पूर्व K Sreedhar Rao, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज एस एन ढींगरा, झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व जज आरके मेरठिया, उत्तराखंड के पूर्व जज लोकपाल सिंह, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज राजीव लोचन के नाम शामिल है।
बता दें कि 2021 की शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी फंडिंग मामले में समाचार पोर्टल न्यूज़क्लिक में छापा मारा था। वहीं, इस मामले में न्यूजक्लिक के संस्थापक से भी पूछताछ हुई थी। हालांकि, इस पूरे विवाद पर न्यूजक्लिक ने बयान जारी कर अपना बचाव किया था। न्यूजक्लिक ने कहा कि ये आरोप राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर लगाए गए हैं। जिनमे बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। यह हमारे विरुद्ध एक साजिश है। जिसमें मीडिया के भी कुछ लोग शामिल हैं।