
नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा परिणाम 2024 का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एनटीए के 1563 स्टूडेंट्स के ग्रेस मार्क्स रद्द किए जाने और उनकी दोबारा परीक्षा कराए जाने के फैसले बावजूद घमासान जारी है। पूरी नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर कोलकाता में ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एआईडीएसओ) ने विकास भवन के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन प्रदर्शनकारियों में कई स्टूडेंट्स भी शामिल थे।
दूसरी तरफ, केंद्र सरकार की ओर से नीट परीक्षा के पेपर लीक और रिजल्ट में धांधली के आरोपों पर सफाई दी गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा में किसी भी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। पेपर लीक का कोई भी साक्ष्य नहीं है, यह आरोप पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि इस बार नीट की परीक्षा में लगभग 13 लाख स्टूडेंट्स बैठे थे। 4500 परीक्षा केंद्रों में से 6 केंद्रों पर गलती से गलत प्रश्न पत्र भेज दिए गए थे, इन केंद्रों पर लगभग 1,563 छात्र परीक्षा दे रहे थे। बाद में सही प्रश्नपत्र भेजा गया। इस दौरान इन छात्रों को समय की हानि का सामना करना पड़ा जिस कारण उनको ग्रेस मार्क्स दिए गए थे।
VIDEO | Here’s what Education Minister Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) said on row over #NEET-UG.
“An atmosphere is being created that there has been a big anomaly with regard to NEET. I must tell you that 24 lakh students appear in NEET and the issue, over which hearing is… pic.twitter.com/44TSg4wvBo
— Press Trust of India (@PTI_News) June 13, 2024
अब वो ग्रेस मार्क्स सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार एनटीए ने रद्द कर दिए गए हैं और उन स्टूडेंट्स का दोबारा एग्जाम होगा। उन्होंने एनटीए की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि एनटीए द्वारा आयोजित एनईईटी, जेईई और सीयूईटी परीक्षाओं में 50 लाख से अधिक छात्र बैठते हैं। एनटीए छात्रों के भविष्य को लेकर कमिटेड है, उस पर उंगली उठाना गलत है। आने वाले समय में पूरी प्रक्रिया में और पारदर्शिता लाई जाएगी। इसमें अगर कोई गड़बड़ी करने की कोशिश कर भी रहा होगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।