
छतरपुर। अंधविश्वास फैलाने के आरोपों में घिरे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार पलटवार कर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने कहा था कि हिंदू अगर एकजुट होकर उनका साथ दें, तो वो भारत को हिंदू राष्ट्र भी घोषित करवा देंगे। इसे लेकर फिर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को विरोधियों ने घेरा था। विरोधियों ने कहा था कि ये बयान देश की सेकुलर छवि के खिलाफ है। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के अपने बयान का विरोध करने वालों को अब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जवाब दिया है। धीरेंद्र कृष्ण ने बुधवार को हिंदू राष्ट्र का मतलब बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र का मतलब ये है कि राम राज्य हो, सबका विकास हो, सब सुरक्षित रहें और सभी धर्मों में समभाव हो। फिर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अगर मेरी इस इच्छा से किसी को तकलीफ हो रही है, तो मैं कुछ नहीं कर सकता।
नागपुर पुलिस की तरफ से क्लीनचिट मिलने से खुश धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अब तो हर जगह से मुझे प्रमाणपत्र मिल गया है। इसका श्रेय बालाजी (हनुमानजी) और मेरे भक्तों को है। धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि सम्मान बीते कल भी मिल रहा था और अब भी मिल रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि न मैं कल भगवान था और न आज हूं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बोले कि वो साधारण इंसान हैं। बस उनके पास बालाजी और गुरु महाराज का दिया कुछ और है। जो दूसरों के पास नहीं है। धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि नागपुर पुलिस ने अंधविश्वास फैलाने के आरोपों में उनको क्लीनचिट दी है, वो नया कुछ भी नहीं है।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कहा कि पुलिस ने नया कुछ भी नहीं कहा है। ये हम बहुत पहले से कहते आए हैं। सनातन धर्म का प्रचार करना, हनुमान चालीसा का प्रचार करना, भारत की संत परंपरा और बागेश्वर धाम का प्रचार करना अगर अपराध है, तो सभी हनुमान भक्तों को जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के कानून और संविधान पर भरोसा है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि सत्य की जीत हुई है।