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Akhilesh Yadav Targeted Dhirendra Shastri : कथा के लिए अंडर टेबल पैसा लेते हैं धीरेंद्र शास्त्री, अखिलेश यादव ने साधा निशाना तो बीजेपी बोली, सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाना असली मकसद

Akhilesh Yadav Targeted Dhirendra Shastri : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कई कथावाचक 50 लाख रुपए फीस लेते हैं। किसी की हैसितय है धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपना घर बुला ले। आप पता कर लो कथा बाचने की वो कितनी फीस लेते हैं। अखिलेश यादव का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया आई है।

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कथावाचकों की फीस को लेकर बयान देते हुए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि कई कथावाचक 50 लाख रुपए फीस लेते हैं। किसी की हैसियत है धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले। धीरेंद्र शास्त्री अंडर टेबल पैसा लेते हैं, आप पता कर लो कथा बाचने की वो कितनी फीस लेते हैं। सपा प्रमुख ने लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रविवार को यह बात कही। अखिलेश यादव का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, अब अखिलेश यादव के इसी बयान पर बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया आई है।

बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तो सिर्फ बहाना हैं, अखिलेश यादव का असली मकसद सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव धार्मिक तुष्टिकरण के आधार पर समुदायों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। वो जानबूझ कर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बहाने देशभर के साधु-संतों और आध्यात्मिक वक्ताओं का अपमान कर रहे हैं। उनका मानना ​​है कि इस तरह के अपमान से धार्मिक ध्रुवीकरण और सामुदायिक गोलबंदी होती है। इसीलिए अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के नेता कभी धर्मग्रंथों को लेकर टिप्पणी करते हैं, कभी साधु संतों को लेकर कुछ बोलते हैं, कभी भगवा पर टिप्पणियां करते हैं, कभी जाति को लेकर बयानबाजी करते हैं और कभी कथावाचकों पर आरोप लगाते हैं।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव की कोशिश समाज को बांटने वाली और विभाजनकारी है। त्रिपाठी बोले, इस कोशिश से समाज को सिर्फ नुकसान पहुंचता है और इससे आपको भी कोई फायदा नहीं पहुंचने वाला, इसलिए धर्म पर, सनातन पर, भगवा पर, समाज पर इस तरह की टिप्पणियां करना बंद कर दें। हालांकि अभी तक धीरेंद्र शास्त्री की तरफ से इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।