नई दिल्ली। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ रहे हैं। हरियाणा के चुनावी रुझान लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार की ओर इशारा कर रहे हैं। वैसे कांग्रेस को बहुत उम्मीद थी कि राहुल गांधी की जबरदस्त मेहनत के कारण इस बार वो हरियाणा में सत्ता से बीजेपी को हटा देगी। एक्जिट पोल के नतीजों में भी हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनते बताया गया था। वहीं, मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती शुरू होने पर कांग्रेस के पक्ष में 57 सीटों का रुझान आ गया था। इससे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बहुत उत्साहित थे। दिल्ली में कांग्रेस के दफ्तर में मिठाइयां आ गई थीं। ढोल वालों को बुलाया गया था और उनकी आवाज पर कांग्रेस के कार्यकर्ता खुशी से झूमते दिख रहे थे, लेकिन सुबह 10 बजे पासा पलटता दिखा और हरियाणा में कांग्रेस से बीजेपी आगे चलने लगी।
कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तब भी उम्मीद थी कि अभी वोटों की गिनती के कई राउंड बचे हैं। उनको उम्मीद थी कि अभी और ईवीएम के स्विच ऑन होंगे और हाथ के साथ वोटर दिखाई देंगे, लेकिन दोपहर 12 बजते-बजते कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हरियाणा को लेकर उत्साह ठंडा पड़ने लगा। फिर दोपहर का वक्त और आगे बढ़ा और आखिरकार कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के कम कार्यकर्ता नजर आने लगे। उत्साह खत्म होता दिखा। फिर ढोल बजाने वालों को बुलाया गया और उनका पेमेंट कर जाने के लिए कह दिया गया।
अब तो कांग्रेस दफ्तर से ढोल बजाने वाले भी जा रहे हैं…#HariyanaElectionResult pic.twitter.com/GuwL6SKaZR
— Madhurendra kumar मधुरेन्द्र कुमार (@Madhurendra13) October 8, 2024
कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने इस बार हरियाणा में जमकर प्रचार किया था। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से ज्यादा जनसभाएं की। साथ ही राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने हरियाणा में यात्रा भी निकाली थी। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में किसानों को एमएसपी की गारंटी, मुफ्त की बिजली, हर महीने रकम देने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने जैसे तमाम वादे किए थे, लेकिन हरियाणा में उसका ये प्लान फेल होता दिख रहा है। निश्चित तौर पर कांग्रेस का हाईकमान अब विचार करेगा कि अगले चुनावों में ऐसा क्या कदम उठाया जाए, ताकि उसके दफ्तर में फिर ढोल बजवाकर कार्यकर्ता खुशी से झूम सकें।