
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को चुनाव आयोग ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए ‘मतदाता पहचान पत्र’ को डिजिटलीकरण से जोड़ दिया है। ऐसे में अब सभी मतदाता 1 फरवरी से अपने स्मार्टफोन में मतदाता कार्ड भी डाउनलोड कर सकेंगे। सोमवार को इसी के तहत केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पांच नए मतदाताओं को डिजिटल मतदाता पहचान पत्र (ई-एपिक) एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान कर ई-एपिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हुए। बता दें कि ई-एपिक, मतदाता फोटो पहचान पत्र का डिजिटल संस्करण है, जिसे वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं वेबसाइट https://voterportal.eci.gov.in/ और https://www.nvsp.in/ के जरिये पाया जा सकता है। इसे मोबाइल, कंप्यूटर आदि पर डाउनलोड किया जा सकेगा। यह मतदान के लिए पूरी तरह मान्य दस्तावेज होगा।
अब इसका डिजिटलीकरण होने से किसी मतदाता का मतदाता पहचान पत्र खोने से कोई बड़ी दिक्कत सामने नहीं आएगी। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन देश के आम मतदाताओं के सशक्तिकरण का दिन है। मतदाता पहचान पत्र के डिजिटलीकरण को बड़ी उपलब्धि बताते हुए उन्होंने कहा कि ई-एपिक की सुविधा से मतदाता पहचान पत्र खो जाने की समस्या दूर होगी। उन्होंने इस सुविधा को व्यापक रूप से प्रचारित करने का आह्वान किया।
देशभर में बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए निर्वाचन आयोग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बूथ कैप्चरिंग आज बीते जमाने की बात हो चुकी है। उन्होंने प्रत्याशियों के आय, संपत्ति और अपराध का ब्यौरा लिये जाने को पारदर्शिता का संकेत बताया।
वहीं इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह के दौरान चुनाव आयोग की तीन पुस्तिकाओं का भी विमोचन किया। इनमे चुनाव आयोग के कंडक्टिंग इलेक्शन ड्यूरिंग पैनडेमिक- अ फोटो जर्नी, एसवीईईपी एंडेवर्स: अवेयरनेस इनिशिएटिव ड्यूरिंग लोकसभा इलेक्शन 2019 और चलो करें मतदान पुस्तिकाएं हैं।