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Digvijaya Singh: ‘क्या पता ना हुई हो सर्जिकल स्ट्राइक क्योंकि’.., दिग्विजय सिंह के बिगड़े बोल, तो फूटा लोगों का गुस्सा

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने पीएम मोदी से आग्रह किया था कि जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए, लेकिन पीएम मोदी ने अनुमति नहीं दी थी, जिसकी कीमत हमारे जवानों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी। पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए था कि आखिर उन्होंने क्यों नहीं जवानों को एयरलिफ्ट की अनुमति दी।

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से सेना के शौर्य पर सवाल उठाया है। कांग्रेस नेता सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए सेना के शौर्य पर सवालिया निशान खड़े करने से नहीं चूके। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोलने के दौरान कह दिया है कि क्या पता सर्जिकल स्ट्राइक ना हुई हो, क्योंकि कभी आज तक संसद में इन लोगों ने कोई सबूत तो दिया नहीं। इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्र सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया।

आपको बता दें कि साल 2019 में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया था, जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को इस नापाक करतूत का मुंहतोड़ जवाब दिया था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर एयरस्ट्राइक किया जिमसें उसके कई आतंकी मारे गए। जिसके बाद देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया ने भारतीय सेना के इस शौर्य को सलाम किया था, लेकिन अफसोस हमारे देश में चंद राजनेताओं ने उस वक्त अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए सेना के शौर्य पर भी सवाल उठाने से गुरेज नहीं किया। हालांकि, ऐसे राजनेताओं को बीजेपी की तरफ से मुंहतोड़ जवाब मिलता रहा है, और लोगों ने भी दिया, लेकिन लगता है कि इन पर मुंहतोड़ जवाबों का कोई असर नहीं पड़ रहा है। शायद इसलिए एक बार फिर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महज राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए सेना के शौर्य पर भी सवाल उठाने से नहीं चूके। बता दें कि उन्होंने यह बयान जम्मू-कश्मीर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम मे दिया। जहां अभी राहुल गांधी की यात्रा चल रही है।

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने पीएम मोदी से आग्रह किया था कि जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए, लेकिन पीएम मोदी ने अनुमति नहीं दी थी, जिसकी कीमत हमारे जवानों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी। पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए था कि आखिर उन्होंने क्यों नहीं जवानों को एयरलिफ्ट की अनुमति दी। खैर, विपक्षी दल होने के नाते सवाल लाजिमी और जरूरी हैं, लेकिन इन सवालों की आड़ में जिस तरह से कांग्रेस नेता ने सेना के शौर्य पर ही सवाल उठा दिए, उसे लेकर राजनीतिक गलियारों में घमासान मचा हुआ है। वहीं, कांग्रेस नेता ने धारा 370 के निरस्त किए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने घाटी से आतंकवाद के समाप्ति के लिए धारा 370 हटाने की बात कही थी, लेकिन सच्चाई तो यह है कि यहां आज भी आतंकवाद जिंदा है। टारगेट किलिंग को आंजाम दिया जा रहा है। जगह-जगह आतंकी वारदातें हो रही हैं।

आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदी सरकार के विरोध में राजनीतिक माहौल को जन्म देने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं, लेकिन अगर उनके नेता इसी तरह से विवादित बयान देते रहेंगे, तो शायद यह यात्रा जिस उद्देश्य से निकाली जा रही है, वो पूरी ना हो। बहरहाल, दिग्विजय के बयान को लेकर राजनीतिक मोर्चे पर रोषयुक्त प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। आइए, आपको इसके बारे में बताते हैं।

यहां देखिए लोगों की रोषयुक्त प्रतिक्रिया