
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश चुनावों में जहां एक तरफ चुनावी जंग छिड़ी हुई है तो वहीं, दूसरी तरफ व्यक्तिगत बयानबाजी से भी पारा अलग चढ़ा हुआ है। इसी क्रम में बीते दिन एक चुनावी रैली में अखिलेश यादव की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर डाली थी। डिंपल यादव ने सीएम योगी के कपड़ों का ऐसा विश्लेषण किया कि वो खुद सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगी थी। डिंपल यादव ने योगी के कपड़ों जंग के रंग का बताया था। अब डिंपल यादव के इसी बयान पर संतों का गुस्सा फूट पड़ा है।
अयोध्या के संतों ने डिंपल यादव के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भगवा पर ऐसे लोग टिप्पणी कर रहे हैं जिनके हाथ खून से रंगे हैं। सत्येंद्र दास वेदांती ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘डिंपल यादव मुख्यमंत्री के कपड़े ही नहीं भारत की अस्मिता पर प्रश्न चिन्ह उठा रही हैं। सपा सुप्रीमो की पत्नी ने संतो के वस्त्र पर नहीं भारतीय संस्कृति पर कटाक्ष करने का काम किया है।’
@yadavakhilesh जी की पत्नी डिम्पल यादव जी बता रही है योगी सन्यासी महंत के कपड़े जंग लगे हुए रंग की तरह होते है ,क्या कहा जाए ऐसी सोच को ? pic.twitter.com/icjF5NQ60D
— ABHAY PRATAP SINGH (@abhaybjpup) February 25, 2022
माफ नहीं किया जाएगा- सत्येंद्र
सत्येंद्र दास वेदांती ने आगे कहा, ‘डिंपल यादव जो खुद सिंदूर नहीं लगाती और ना ही मंगलसूत्र पहनती हैं। ऐसे लोग भगवा पर कटाक्ष करने का काम कर रहे है जिसको भारतीय संस्कृति का कोई ज्ञान है ही नहीं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भगवा पर कटाक्ष करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा।’ वहीं, रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने कहा, ‘डिंपल यादव को सनातन धर्म के रीति रिवाज का पता नहीं है। सुहागिन स्त्री होने के बावजूद इनके मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र नहीं है’।
अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात
वेदांती ने अखिलेश यादव को लेकर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश मुख्यमंत्री के पैरों की धूल भी नहीं हैं। सीएम योगी मुख्यमंत्री से पहले देश के तमाम प्रतिष्ठित मठ मंदिरों के अध्यक्ष हैं। ऐसे में एक महान संत पर टिप्पणी करके उन्होंने बहुत ही गलत काम किया है। सबसे पहले डिंपल यादव अफनी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनें, सफेद साड़ी पहनने वाली औरत भगवा पर उंगली उठा रही है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।