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MP Congress: मध्यप्रदेश कांग्रेस में कलह, विधायक को जीतने न देने की धमकी

MP Congress: मध्यप्रदेश में आ रही गुटबाजी की खबरों के बीच 4 मई को जबलपुर के पार्षद और दर्जनों कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे थे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर जबलपुर उत्तर-मध्य के विधायक विनय सक्सेना की शिकायत की।

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के भीतर कला का माहौल बना हुआ है, एक तरफ कर्नाटक में कांग्रेस को बड़ी जीत दर्ज हुई तो दूसरी तरफ देश के अलग-अलग राज्यों में जहां कांग्रेस ताकतवर रहती है वहां अब दावेदार महत्वाकांक्षी दिखाई देने लगे हैं। मुरैना में तो एक नेता ने खुली चुनौती दे दी है कि टिकट नहीं मिला तो जीतने नहीं देंगे। ग्वालियर में पार्टी के एक विधायक के खिलाफ संगठन के पदाधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया। जबलपुर में भी ऐसी ही स्थिति है। वहीं, डबरा के विधायक को शिकायत है कि पार्टी के कुछ पार्षद वही भाषा बोल रहे हैं जो भारतीय जनता पार्टी बोलते दिखाई देती है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कांग्रेस में इस तरह की गुटबाजी की खबरें मध्यप्रदेश में कोई नई नहीं है बल्कि प्रदेश के सभी बड़े क्षेत्रों से इस तरह की गुटबाजी की खबरें सामने आ रही हैं। रोज-रोज उठ रही इन आवाजों से संगठन परेशान है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि चुनाव से पहले सभी को संतुष्ट कर लिया जाएगा। इसी को देखते हुए पार्टी ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए बड़े नेताओं को अलग-अलग इलाकों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये नेता ग्राउंड पर जाकर नाराज कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश में लगातार जुटे हुए हैं लेकिन हालात इसके बावजूद भी कांग्रेस के लिए बदतर होते जा रहे हैं।

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गौर करने वाली बात है कि मध्यप्रदेश में आ रही गुटबाजी की खबरों के बीच 4 मई को जबलपुर के पार्षद और दर्जनों कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे थे। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर जबलपुर उत्तर-मध्य के विधायक विनय सक्सेना की शिकायत की। विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलने वालों में जबलपुर के दो पार्षद संतोष पंडा, अतुल अदिति वाजपेयी, पूर्व पार्षद मुकेश राठौर, मदन लारिया, अभिषेक यादव, मुकेश सराफ, युवक कांग्रेस के नगर अध्यक्ष जतिन राज, मनीष खरे आदि शामिल थे। उन्होंने विधायक पर कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने और अभद्रता का आरोप लगाया। उनका कहना था कि अगर चुनाव में विधायक का टिकट नहीं काटा गया, तो कांग्रेस को इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए उसे आने वाले चुनाव में बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।