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Junior Doctors Protest Outside Sealdah Court : संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा से असंतुष्ट जूनियर डॉक्टरों ने की फांसी की मांग, सियालदाह कोर्ट के बाहर की नारेबाजी

Junior Doctors Protest Outside Sealdah Court : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम पहले दिन से ही दोषी को मौत की सजा देने की मांग कर रहे हैं और अभी भी हमारी यही मांग है। दूसरी तरफ बीजेपी की महिला नेता अग्निमित्रा पॉल ने भी दोषी संजय रॉय के खिलाफ फांसी की मांग करते हुए ममता बनर्जी सरकार को भी घेरा।

नई दिल्ली। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के दोषी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के सियालदाह कोर्ट के फैसले से कोलकाता के जूनियर डॉक्टर असंतुष्ट हैं। बड़ी संख्या में जूनियर डॉक्टरों ने अदालत के बाहर इकट्ठा होकर ‘वी डिजर्व जस्टिस’ के नारे लगाए। जूनियर डॉक्टर दोषी को सजा ए मौत की मांग कर रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सियालदाह कोर्ट के फैसले से खुश नहीं है। दूसरी तरफ बीजेपी नेताओं ने भी दोषी को फांसी दिए जाने की मांग की है।

पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट, डॉक्टरों के संयुक्त मंच और अभय मार्च के प्रदर्शनकारियों ने सियालदह कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि संजय रॉय को उम्रकैद की सजा कम है इसके साथ ही उन्होंने घटना की और जांच तथा इसमें शामिल दूसरे लोगों को भी कानून के दायरे में लाए जाने की मांग उठाई। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सियालदाह कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम पहले दिन से ही दोषी को मौत की सजा देने की मांग कर रहे हैं और अभी भी हमारी यही मांग है। ममता बनर्जी ने सीबीआई को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर मामला पश्चिम बंगाल पुलिस के हाथ में होता तो बहुत पहले ही दोषी को मौत की सजा का आदेश  हो गया होता। सीएम बोलीं, ऐसे अपराधियों को फांसी होनी चाहिए। मैं कोर्ट के आदेश से संतुष्ट नहीं हूं।

दूसरी तरफ, बीजेपी की महिला नेता अग्निमित्रा पॉल ने भी दोषी संजय रॉय के खिलाफ फांसी की मांग करते हुए ममता बनर्जी सरकार को भी घेरा। उन्होंने कहा कि संजय रॉय को मौत की सजा मिलनी चाहिए, हम इस फैसले से खुश नहीं हैं। सीबीआई को सप्लीमेंट्री चार्ज शीट देनी होगी, संजय रॉय के साथ कौन-कौन थे? सीबीआई ने कहा कि साजिश हुई, सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई, शव का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया और पीड़ित परिवार को चुप रहने के लिए रिश्वत दी गई, यह संभव नहीं है कि संजय रॉय को बचाने के लिए यह सब किया गया हो। इन केस में शामिल सभी लोगों के नाम उजागर किए जाएं, तभी पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।