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Karnataka Government Issued Advisory Regarding HMPV : ‘घबराएं नहीं, सावधान रहें’, एचएमपीवी संक्रमण को लेकर कर्नाटक सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Karnataka Government Issued Advisory Regarding HMPV : केरल आईएमए रिसर्च सेल के अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन का कहना है कि एचएमपीवी जानलेवा वायरस नहीं है और यह गंभीर निमोनिया या कोविड जैसी मौतों का कारण नहीं बनता है। यह छोटे बच्चों में आम है और ज्यादातर मामलों में इसके हल्के लक्षण दिखाई देते हैं।

नई दिल्ली। बेंगलुरु में एचएमपीवी संक्रमण के दो मामले सामने आने के बाद चिकित्सा शिक्षा निदेशालय, कर्नाटक की ओर से ‘घबराएं नहीं, सावधान रहें’ एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि एचएमपीवी कोविड-19 जैसा घातक वायरस नहीं है। यह छोटे बच्चों में आम तौर पर होने वाली बीमारी है, साथ ही बुजुर्ग लोगों के भी एचएमपीवी से संक्रमित होने की ज्यादा संभावना रहती है। ज्यादातर मामलों में हल्के लक्षण होते हैं और संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। आपको बता दें कि बेंगलुरु के अलावा अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके में भी 2 महीने का बच्चा एचएमपीवी संक्रमित पाया गया है।

वहीं, केरल आईएमए रिसर्च सेल के अध्यक्ष डॉ. राजीव जयदेवन का कहना है कि एचएमपीवी जानलेवा वायरस नहीं है और यह गंभीर निमोनिया या कोविड जैसी मौतों का कारण नहीं बनता है। यह छोटे बच्चों में आम है, और ज्यादातर मामलों में इसके हल्के लक्षण दिखाई देते हैं। हालांकि, बहुत कम मामलों में, यह ब्रोंकियोलाइटिस का कारण बन सकता है और अस्थमा को ज्यादा खराब  बना सकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस समय एचएमपीवी के लिए कोई टीका या एंटीवायरल उपचार नहीं है, बस इससे संक्रमित व्यक्ति को डॉक्टर की सलाह और देखभाल की जरूरत है।

गौरतलब है बता दें कि देश में अभी तक तीन बच्चे एचएमपीवी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं जिनमें सबसे बड़े बच्च की उम्र 8 महीने है। बाकी दोनों बच्चे 2-2 महीने के हैं। एक बच्चे को अस्पताल से छुट्टी भी मिल चुकी है। आज बेंगलुरु में एचएमपीवी के दो मामले सामने आने के बाद कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी। उधर, गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने बताया कि जिसे 2 महीने के बच्चे में एचएमपीवी पाया गया है जो राजस्थान के डूंगरपुर से सरवर आया था। बच्चे को सरवर से अहमदाबाद रेफर किया गया है। घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।