नई दिल्ली। विवादों में घिरीं ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर को अब केंद्र सरकार ने नोटिस भेजा है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक केंद्र सरकार के डीओपीटी विभाग ने पूजा खेडकर को नोटिस भेजकर उन पर लगे आरोपों पर जवाब मांगा है। पूजा खेडकर को डीओपीटी के इस नोटिस का जवाब लिखित में या खुद पेश होकर 2 अगस्त तक देना होगा। ऐसा न करने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीओपीटी ही सभी आईएएस और आईपीएस के मामले देखता है। इससे पहले पूजा खेडकर के मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक सदस्यीय कमेटी बनाई थी। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (एलबीएसएनएए) ने उनको वापस बुलाया था, लेकिन 23 जुलाई की तय तारीख तक पूजा खेडकर वहां नहीं पहुंची थीं।
पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने पुणे में ट्रेनी आईएएस होने के दौरान लाल बत्ती लगी निजी गाड़ी इस्तेमाल की। इस गाड़ी पर महाराष्ट्र सरकार लिखवाया। अपने दफ्तर में पूजा खेडकर ने वरिष्ठ अफसर के कमरे पर कब्जा किया और खुद के लिए आवास देने की भी मांग की। इन सबके बाद वो विवादों में घिरीं। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर को वाशिम ट्रांसफर कर दिया था। पूजा के बारे में ये भी खुलासा हुआ कि उन्होंने नाम और उम्र बदलकर कई बार यूपीएससी का इम्तिहान दिया। इसके अलावा पूजा खेडकर पर ये आरोप भी लगा है कि उन्होंने खुद को दिव्यांग बताया, लेकिन एम्स में टेस्ट कराने की जगह प्राइवेट डायगनॉस्टिक से कराई जांच की रिपोर्ट दाखिल कर दी। बीते दिनों ये आरोप भी पूजा खेडकर पर लगा कि उन्होंने बताया था कि उनके माता-पिता का तलाक हो चुका है। पुणे पुलिस ने जांच में पाया कि पूजा की मां मनोरमा और पिता दिलीप खेडकर ने तलाक तो लिया था, लेकिन एक ही घर में साथ रहते थे।
पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद उनके परिवार पर भी मुश्किल आ खड़ी हुई। साल 2023 का एक वीडियो सामने आया, जिसमें पूजा की मां मनोरमा खेडकर को पिस्टल लेकर किसान को धमकी देते देखा गया। ये वीडियो सामने आने के बाद पुणे पुलिस ने केस दर्ज किया। जिसके बाद पूजा के माता-पिता लापता हो गए। बड़ी कोशिश के बाद पुणे पुलिस ने मनोरमा खेडकर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वहीं, पूजा खेडकर के पिता ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली।