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Uttarakhand Earthquake: उत्तरकाशी में भूकंप के झटके, दहशत में लोग घरों से बाहर निकले, जानिए क्या थी तीव्रता?

Uttarakhand Earthquake: भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किमी नीचे उत्तरकाशी में बताया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले की सभी तहसीलों को भूकंप के असर की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। राहत की बात यह है कि फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि, वरुणावत पर्वत की कमजोर स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि हल्की तीव्रता के झटकों पर भी पत्थर गिरने लगे हैं।

नई दिल्ली। उत्तरकाशी और इसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस घटना से लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल आए। आपदा प्रबंधन विभाग सभी तहसीलों से भूकंप के असर की जानकारी जुटा रहा है। पहला झटका सुबह 7:42 बजे महसूस हुआ, जिससे वरुणावत पर्वत के भूस्खलन क्षेत्र से मलबा और पत्थर गिरने लगे। इसके बाद 8:19 बजे दूसरा झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 मापी गई। तीसरी बार भूकंप 10:59 बजे आया।

भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किमी नीचे उत्तरकाशी में बताया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले की सभी तहसीलों को भूकंप के असर की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। राहत की बात यह है कि फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हालांकि, वरुणावत पर्वत की कमजोर स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि हल्की तीव्रता के झटकों पर भी पत्थर गिरने लगे हैं।

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी की सतह सात बड़ी प्लेटों से बनी है, जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, तो ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप आता है।

भूकंप का केंद्र और तीव्रता क्या होती है?

भूकंप का केंद्र वह स्थान है जहां प्लेटों में हलचल के कारण ऊर्जा निकलती है। इसका प्रभाव केंद्र के पास ज्यादा होता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। यदि तीव्रता 7 या उससे अधिक होती है, तो 40 किमी के दायरे में इसका असर ज्यादा होता है।

कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता?

भूकंप को रिक्टर स्केल पर 1 से 9 तक मापा जाता है। यह ऊर्जा की तीव्रता और झटके की भयावहता को दर्शाता है। फिलहाल उत्तरकाशी के लोग भूकंप से प्रभावित हैं और प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है।