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ED Action: मालेगांव मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की जांच में खुलासा, आतंकी फंडिंग और राजनीतिक कनेक्शन के सबूत मिले

ED Action: मालेगांव स्थित 19 बैंक अकाउंट्स में करीब 114 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इन ट्रांजेक्शन्स के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। इस मामले में आरोपी सिराज मेमन ने ED की पूछताछ में खुलासा किया कि उसने “चैलेंजर किंग” या “एमडी” नामक मास्टरमाइंड के निर्देश पर ये अकाउंट्स खोले थे।

नई दिल्ली। मालेगांव में मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) को एक बड़े आतंकी फंडिंग नेटवर्क का सुराग मिला है। ऑपरेशन “रियल कुबेर” के तहत ED ने 255 प्राइमरी बैंक अकाउंट्स की पहचान की है, जो एक वेल ऑर्गनाइज्ड मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट का हिस्सा हैं। जांच में पाया गया है कि इन अकाउंट्स के जरिए न केवल हवाला ट्रांजेक्शन हुए, बल्कि इसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए भी किया गया।

हिंदू युवकों के नाम पर फर्जी अकाउंट्स का इस्तेमाल

ED की जांच में सामने आया है कि इन बैंक अकाउंट्स को धोखाधड़ी से हिंदू युवकों के नाम पर खोला गया था, ताकि शक की कोई गुंजाइश न रहे। इन अकाउंट्स में बड़ी रकम जमा की गई और फिर उसे हवाला नेटवर्क के जरिए लॉन्डर किया गया। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस ऑपरेशन के तार कुछ राजनीतिक हस्तियों और संगठनों से जुड़े हुए हैं।

Enforcement Directorate

राजनीतिक गतिविधियों में इस्तेमाल हुए पैसे

ED की रिपोर्ट के अनुसार, इन अकाउंट्स से करीब 379 करोड़ रुपये विभिन्न तरीकों से निकाले गए। इन पैसों का इस्तेमाल चुनावी माहौल को प्रभावित करने, धार्मिक और सामाजिक तनाव पैदा करने, और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए किया गया।

कट्टरपंथी संगठनों को मिली फंडिंग

जांच में यह भी पाया गया कि इस सिंडिकेट के माध्यम से कुछ कट्टरपंथी संगठनों को नकद राशि प्रदान की गई। इसका उद्देश्य हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच मतभेद बढ़ाना, धार्मिक प्रचार को बढ़ावा देना, और समाज में अशांति फैलाना था।

19 बैंक अकाउंट्स में 114 करोड़ का ट्रांसफर

मालेगांव स्थित 19 बैंक अकाउंट्स में करीब 114 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इन ट्रांजेक्शन्स के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। इस मामले में आरोपी सिराज मेमन ने ED की पूछताछ में खुलासा किया कि उसने “चैलेंजर किंग” या “एमडी” नामक मास्टरमाइंड के निर्देश पर ये अकाउंट्स खोले थे।

आरोपी “चैलेंजर किंग” फरार

जांच एजेंसी के अनुसार, इस पूरे सिंडिकेट के मास्टरमाइंड महमूद भागड़ उर्फ “चैलेंजर किंग” फिलहाल फरार है। ED ने कई बैंक अकाउंट होल्डर्स को समन भेजा है और उनकी केवाईसी जांच की जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय अब इन अकाउंट्स के सभी ट्रांजेक्शन्स और संबंधित व्यक्तियों के संबंधों की गहराई से जांच कर रहा है। साथ ही, इस मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के राजनीतिक और आतंकी कनेक्शन की तह तक जाने का प्रयास जारी है। यह मामला देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। ED की जांच से जुड़े नए खुलासे आने वाले दिनों में इस मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट के और भी गहरे राज़ खोल सकते हैं।