जयपुर। राजस्थान में जल जीवन योजना में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामले में ईडी ने शुक्रवार को जयपुर में जमकर छापेमारी की। इस छापेमारी में ईडी ने 2.50 करोड़ कैश और सोने की ईंट बरामद की है। जानकारी के मुताबिक राजस्थान की राजधानी जयपुर समेत 15 से 20 जगह ईडी ने छापे मारे। जयपुर के अलावा बहरोड, शाहपुरा और दूदू में ईडी की दर्जनों टीमों ने शुक्रवार देर रात तक छापेमारी की। जयपुर के वैशाली नगर स्थित प्रॉपर्टी कारोबारी कल्याण सिंह कविया के फार्म हाउस पर भी ईडी ने छापा मारा। बताया जा रहा है कि कविया से कई ठेकेदार करीबी हैं। कविया का भाई भी जल जीवन मिशन में ठेकेदार है।
कल्याण सिंह कविया को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का करीबी बताया जाता है। बताया ये भी जा रहा है कि कविया ने कई अफसरों और मंत्रियों को प्रॉपर्टी भी दिलाई है। जानकारी के मुताबिक ईडी के छापों में अमिताभ कौशिक के यहां 1.50 करोड़ की नकदी मिली। वहीं, तहसीलदार सुरेश शर्मा के यहां 80 लाख रुपए मिले। कविया के यहां प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इनमें कई अफसरों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी हैं। चर्चा है कि एक बड़ा अफसर इस मामले में फंस सकता है।
ईडी के इन छापों पर सीएम अशोक गहलोत ने अपने पुराने अंदाज में कहा कि ऐसी कार्रवाई की उम्मीद है, क्योंकि राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। गहलोत पहले भी ईडी और सीबीआई की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताकर बीजेपी के हमलों का जवाब देते रहे हैं।
वहीं, बीजेपी ने भी ईडी के छापेमारी के बाद अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने ट्वीट कर लिखा है कि राजस्थान के हर परिवार को नल से जल देने के लिए मोदी सरकार ने 38000 करोड़ भेजे थे। ये पैसा अब अफसरों के घरों से निकल रहा है।
राजस्थान के प्रत्येक परिवार को नल से जल मिले इसलिये राजस्थान की सरकार को मोदी जी ने 38 हजार करोड़ रुपये भेजे
वो पैसा राजस्थान सरकार के अधिकारियों के घरों से निकल रहा है pic.twitter.com/YDhXjcBjvK
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) September 1, 2023
कुल मिलाकर ईडी की कार्रवाई से राजस्थान में सियासत एक बार फिर गरमा गई है। बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी लाल डायरी का सवाल उठाकर सीएम गहलोत को घेरा था। इसके बाद गहलोत ने पलटवार करते हुए पूछा था कि लाल डायरी की बातें आखिर शाह ने सार्वजनिक क्यों नहीं की।