Maharashtra: दशहरा रैली से पहले उद्धव को बड़ा झटका, करीब 3 हजार शिवसैनिक एकनाथ खेमे में हुए शामिल
Maharashtra: बीते दिनों बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) से उद्धव खेमे को दशहरा रैली करने की इजाजत मिली थी। जिसने उद्धव गुट जीत के तौर पर देख रही थी। दरअसल शिंदे धड़े ने भी कोर्ट से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की इजाजत मांगी थी। लेकिन हाईकोर्ट ने उद्धव गुट को इस मैदान में रैली करने की इजाजत दी थी।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रदेश में शिवसेना को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच लगातार घमासान छिड़ा हुआ है। इसी बीच दशहरा रैली से पहले उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर से उद्धव ठाकरे को जोरदार झटका दिया है। एकनाथ शिंदे ने आदित्य ठाकरे के गढ़ में बड़ी सेंधमारी है। खबरों के अनुसार, मुंबई के वर्ली इलाके में करीब 3 हजार शिवसैनिकों ने उद्धव गुट को छोड़कर शिंदे खेमे में शामिल हो गए है। खास बात ये है कि वर्ली इलाका शिवसेना का गढ़ माना जाता है। इसके अलावा बता दें कि इसी विधानसभा सीट से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे विधायक चुनकर आए हैं। वो ठाकरे परिवार से पहले सदस्य है जो सियासी मैदान में आए है।
बता दें कि शिवाजी पार्क में उद्धव गुट दशहरा रैली करने जा रही है। बीते दिनों बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) से उद्धव खेमे को दशहरा रैली करने की इजाजत मिली थी। जिसने उद्धव गुट जीत के तौर पर देख रही थी। दरअसल शिंदे धड़े ने भी कोर्ट से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की इजाजत मांगी थी। लेकिन हाईकोर्ट ने उद्धव गुट को इस मैदान में रैली करने की इजाजत दी थी।
शिंदे ठाकरे के गढ़ में चढ़ गए. मुंबई के वर्ली, जहां से आदित्य ठाकरे विधायक हैं, से 3 से 4 हजार शिवसैनिक आज शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं pic.twitter.com/1BGPJeUg5W
— shamit sinha (@sinhashamit) October 2, 2022
बता दें कि एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद से शिवसेना दो धड़ों में बांट गया है। एकनाथ शिंदे ने बागी होकर राज्य में भाजपा के साथ मिलकर अपनी सरकार बना ली। भाजपा ने सबको चौंकाते हुए राज्य का मुख्यमंत्री बनाया था,जबकि देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया।