
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई कुछ सुस्त पड़ी थी, लेकिन अब इसमें फिर तेजी आ गई है। यूपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से बदमाशों के खिलाफ ताबड़तोड़ एनकाउंटर किए गए हैं।
यूपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के दिन से लेकर 19 जून तक मुठभेड़ में 2 बड़े अपराधी मार गिराए गए। वहीं, अन्य एनकाउंटर में 96 बदमाश घायल हुए और 139 को एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया। दरअसल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 में सत्ता संभालने के बाद ही यूपी पुलिस को खुली छूट दी थी कि वो बदमाशों और माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। इसके बाद से ही यूपी पुलिस लगातार एनकाउंटर करती रही है। योगी सरकार के अब तक के दौर में यूपी पुलिस ने दर्जनों बदमाशों को एनकाउंटर में मौत की नींद सुलाया है। वहीं, सैकड़ों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। यूपी पुलिस ने दुर्दांत माफिया अतीक अहमद के एक बेटे को भी एनकाउंटर में मार गिराया था।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सार्वजनिक मंच से साफ कह चुके हैं कि सूबे में उनकी सरकार रहते बदमाशों और माफिया को किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। योगी ने ये भी खुले मंच से कहा था कि अगर बदमाश न सुधरे, तो पुलिस की गोली उनका इंतजार करती मिलेगी। योगी ने यूपी के सीएम का कार्यभार संभालने के बाद से सूबे में कानून और व्यवस्था के लिए चुनौती बने बदमाशों में खौफ पैदा किया है। उनके राज संभालने के बाद जब यूपी पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर शुरू किए, तो आए दिन ये खबरें और तस्वीरें आने लगी थीं कि बदमाश अपने गले में पोस्टर लटकाकर थाने जाकर सरेंडर करने लगे। फिर भी तमाम बदमाशों ने यूपी पुलिस को चुनौती देने का काम किया, लेकिन एनकाउंटर में वे या तो मारे गए या पैर में गोली लगने से जिंदगी भर के लिए अपाहिज बनकर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे।