चंडीगढ़। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके एक करीबी रिश्तेदार के घर और ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ED के अफसरों ने छापा मारा है। छापे की कार्रवाई पंचकूला में हुई है। ये पूरा मामला रेत के अवैध खनन से जुड़ा है। इस मामले में कल तक ईडी की ओर से और जानकारी आने की उम्मीद है। खबर लिखे जाने तक चन्नी या पंजाब कांग्रेस के किसी और नेता की इस बारे में प्रतिक्रिया नहीं मिली है। अवैध रेत खनन का मामला पंजाब पुलिस ने साल 2018 में दर्ज किया था। इस केस को ईडी ने अपने हाथ में लिया था। इसमें पहले कुदरतजीत नाम के शख्स का नाम आया था। जिसके बाद केस में चन्नी के करीबी रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हनी का भी नाम आया। आज का छापा हनी के ठिकानों पर ही पड़ा है।
बताया जा रहा है कि मामले में ईडी ये छानबीन कर रही है कि अवैध रेत खनन के मामले में चन्नी ने भूपिंदर की मदद की थी या नहीं। साथ ही ये भी देखा जा रहा है कि चन्नी का नाम लेकर अवैध रेत खनन किया गया या नहीं। पंजाब पुलिस ने पहले जो जांच की थी, उससे साफ हुआ था कि अवैध रेत खनन के काम से करोड़ों की कमाई की गई है। अब इस मामले में ईडी के छापे से सारी कलई उतरने की उम्मीद की जा रही है।
चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस ने करीब-करीब सीएम फेस के तौर पर चुनावों में पेश कर दिया है। ऐसे में अगर छापे में कोई गलत दस्तावेज हाथ लगे, तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। बता दें कि चन्नी का नाम पहले भी रेत खनन के केस में सामने आया था। पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने ये मामला उठाया था। चन्नी उस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में तकनीकी शिक्षा के मंत्री थे। चन्नी ने उस वक्त आरोपों को गलत बताया था। हालांकि, अपनी संलिप्तता न होने के सबूत वो पहले भी नहीं दे सके थे।