
नई दिल्ली। 13 फरवरी से शुरू हुआ किसान आंदोलन अब तेज होने के आसार हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर के ताजा बयान से इसी के संकेत मिल रहे हैं। सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं, किसान संगठन अपना विरोध जारी रखेंगे। सरवन सिंह पंढेर ने ये भी कहा कि जब किसान संगठनों ने विरोध शुरू किया, तो पता था कि 40 दिन में हम नहीं जीत पाएंगे। सरवन सिंह पंढेर ने ये भी कहा कि हम अपनी ताकत बढ़ाते रहेंगे।
इस बीच, पंजाब और हरियाणा में किसान संगठन के आह्वान पर कई जगह रेल रोको आंदोलन चलाया गया। किसान संगठनों ने दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेल रोको का आह्वान किया था। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज सुबह बयान दिया था और मजदूरों के अलावा आम लोगों से भी अपील की थी कि वे रेल रोको आंदोलन का समर्थन करें। पिछली बार जब किसान आंदोलन हुआ था, तो लंबे समय तक पंजाब में रेल रोको आंदोलन भी चला था, लेकिन इस बार किसान संगठनों ने आज आंशिक रेल रोको का फैसला किया था। बहरहाल, सरवन सिंह पंढेर ने जिस तरह का बयान दिया है, उससे लग रहा है कि पंजाब और हरियाणा सीमा पर और भी किसानों को इकट्ठा कर आंदोलन को वो तेज करेंगे।
किसान संगठनों की मुख्य मांग एमएसपी की कानूनी गारंटी है। इसके अलावा वो चाहते हैं कि भारत डब्ल्यूटीओ से हट जाए। किसान संगठन 58 साल से ज्यादा उम्र के कृषकों को हर महीने 10000 रुपए पेंशन, मनरेगा के तहत 700 रुपए रोज पर 210 का काम, पिछले किसान आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापस लेने और लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं। किसान संगठनों और मोदी सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल अब तक नहीं निकल सका है।