
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के लॉ कॉलेज में रेप केस का मुद्दा गर्माया हुआ है। इस मुद्दे पर अब सीएम ममता बनर्जी की सत्तारूढ़ टीएमसी में टकराव हो गया है। दरअसल टीएमसी ने लॉ कॉलेज रेप मामले में अपने सांसद कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा के बयानों से खुद को दूर करते हुए उनकी निंदा की है। वहीं, कल्याण बनर्जी ने टीएमसी की ओर से दूरी बनाए जाने पर असहमति जताई है। वहीं, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा भी मैदान में उतर पड़ी हैं।
कल्याण बनर्जी ने एक्स पर लिखा कि वो टीएमसी के बयान से असहमत हैं। बनर्जी ने लिखा कि क्या टीएमसी परोक्ष तौर से उन नेताओं का समर्थन कर रही है, जो इन अपराधियों को बचा रहे हैं? सांसद ने लिखा कि जब तक जिम्मेदार नेताओं पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती, तब तक ऐसे अकादमिक बयानों से वास्तविक बदलाव नहीं आएगा। उन्होंने ये भी लिखा कि 2011 के बाद उभरे कुछ नेता ऐसे अपराधों में सवालों के घेरे में हैं। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने लिखा कि वो खुद को उनसे दूर रखना चाहते हैं, जो इन अपराधियों को प्रोत्साहन या संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने ये भी लिखा कि उनके बयान के इरादे को समझने के लिए निश्चित स्तर के नैतिक और बौद्धिक तालमेल की जरूरत है और ये दुर्भाग्य से लापता है।
I completely disagree with the post made by @AITCofficial on X. Are they indirectly supporting the leaders who are shielding these criminals? Mere academic statements won’t bring any real change unless immediate action is taken against those leaders directly responsible. What’s…
— Kalyan Banerjee (@KBanerjee_AITC) June 28, 2025
वहीं, लॉ कॉलेज रेप मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक्स पर लिखा कि देश की तमाम पार्टियों में महिला से द्वेष किया जाता है। महुआ ने लिखा कि टीएमसी इस मायने में अलग है कि चाहे वो कोई भी हो, हम ऐसे बयान देने वालों की निंदा करते हैं।
Misogyny in India cuts across party lines. What differentiates @AITCofficial is that we condemn these disgusting comments no matter who makes them. https://t.co/2AQ59fQK4w
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) June 28, 2025
इससे पहले कल्याण बनर्जी ने कहा था कि अगर एक दोस्त अपने दोस्त से रेप करता है, तो आप सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं। वहीं, विधायक मदन मित्रा ने बयान दिया था कि अगर वो लड़की वहां गई न होती, तो ये घटना नहीं हुई होती। इस पर हंगामा मचा, तो टीएमसी ने पोस्ट कर कहा कि वो लॉ कॉलेज में हुए जघन्य अपराध पर कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा के बयानों से खुद को अलग और कड़ी निंदा करती है। टीएमसी ने ये भी कहा कि दोनों नेताओं के विचार किसी भी तरह पार्टी की स्थिति नहीं दिखाते। महिलाओं के खिलाफ अपराध पर हमारी कोई सहिष्णुता नहीं है और सख्त सजा की मांग करते हैं।