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UP: कानपुर देहात में बुलडोजर एक्शन के दौरान लगी आग, मां-बेटी की जलकर मौत, गरमाई सियासत

ये मां बेटी नहीं देख पाई अपनी आंखों के सामने अपने आशियाने को तबाह होते हुए। नहीं देख पाई दोनों मां बेटी अपने आशियाने को उजड़ते हुए और अपने आशियाने को बचाने के लिए झोपड़ी के अंदर चली गई, लेकिन कुदरत भी बड़ा बेरहम निकला साहब।

नई दिल्ली। पहले गिड़गिड़ाई…. नहीं बनी बात तो हाथ भी जोड़ लिए….फिर भी नहीं पसीजा दिल तो साहबजादों के पैर भी पकड़ लिए….गुहार लगाते-लगाते गला रुआँसा हो गया…आंखों से अश्कों की दरिया भी बह-बह कर थम गईं, लेकिन ना ही इन खाकी वर्दी धारकों का दिल पसीजा और ना ही इन सफेदपोश सरकारी मुलाजिमों को ज़रा-सी भी रहम आई और दे दिया उस बुलडोजर पर सवार शख्स  को उस आशियाने को जमींदोज करने का फरमान। जिसे इस मां-बेटी ने अपना पेट काट-काट बनाया था।

कानपुर देहात में मां-बेटी जिंदा जले, अवैध अतिक्रमण हटाने गई थी टीम, विरोध प्रदर्शन के दौरान झोंपड़ी में लगी आग

मां-बेटी इन सफेदपोश सरकारी मुलाजिमों से इल्तिजा करती रहीं कि साहब रहने दीजिए…हमारे पास आपके जैसे पत्थरों के मकां नहीं हैं…हम नहीं हैं आपकी तरह इतने धनकुबेर कि बना सके अपने लिए गगनभेदी इमारतें…बेशुमार दुश्वारियों से जूझ कर अपने लिए 12/22 का यह झोपड़ा बनाया है साहब। मां-बेटी कहती रही कि साहब आपके लिए ये झोपड़ा होगा, लेकिन हमारे लिए तो ये हमारा आशियाना है… मां-बेटी कहती रही कि साहब आपके लिए ये झोपड़ा होगा, लेकिन हमारे लिए तो हमारी यह जिंदगी है और मेहरबानी करके मत उजाड़िए हमारी जिंदगी। मत करिए हमें तबाह। चैन से जीने दीजिए ना हमें। लेकिन…नहीं..हुकूमत से लाखों की पगार पाले इन सफेदपोश मुलाजिमों को ना ही उस बुजुर्ग महिला की गुहार सुनाई दी और ना ही उस मासूम  सी बच्ची की गुजारिश और दे दिया उस बुलडोजर पर सवार दानव को उस आशियाने को ध्वस्त करने का फरमान।

लेकिन…ये मां बेटी नहीं देख पाईं अपनी आंखों के सामने अपने आशियाने को तबाह होते हुए। नहीं देख पाईं दोनों मां-बेटी अपने आशियाने को उजड़ते हुए और अपने आशियाने को बचाने के लिए झोपड़ी के अंदर जबरन घुस गई, लेकिन कुदरत भी बड़ा बेरहम निकला साहब। उसी वक्त झोपड़ी में यकायक आग लई और इस आग ने कुछ देर पहले तक अपने आशियाने को बचाने की गुहार लगाने वाले 23 वर्षीय बेटी और उसकी  मां को अपनी आगोश में लपेटकर खाक कर दिया। हालांकि, मां बेटी को आग में झुलसते देख खाकी वर्दी धारकों के हाथ पांव फूल गए और दोनों को बचाने के लिए आग के गोले में तब्दील हो चुके झोपड़े में भी घुसने से गुरेज नहीं किया। अब जरा इसने ये सवाल पूछना तो बनता ही है कि साहब अगर इतनी ही फिक्र थी तो पहले क्यों नहीं मां-बेटी की गुजारिश पर अपने  काम खड़े किए।

खैर, दिल दहला देने वाली यह खबर ने अब विशालकाय मुद्दा बनकर सूबे की राजनीति में तहलका मचा दिया है। कांग्रेस पर बीजेपी पर हमलावर है और बीजेपी इंसाफ का ढोल बजाने में मशगूल हो चुकी है। उधर, ग्रामीणों का गुस्सा भी सरकारी मुलाजिमों के खिलाफ चरम पर है। ग्रामीणों के गुस्से का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि इलाके में भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात कर दिया गया है। उधर, पुलिस ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। बहरहाल,  इस मामले में क्या कार्रवाई होती है। इस पर हमारी निगाहें बनी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम